मेहतन का फल (श्रमशीलता ) former story motivational story ih hindi
आज मैं आपको एक ऐसी motivational stories बता रहा हु जिसे पढ़ने के बाद
बिना आपका समय गवाये motivational story को शुरू करते है
एक गाव में एक
किसान रहता था। उसके चार बेटे थे। वे परिश्रम करने से दूर भागते थे। वे दिन भर घूमते फिरते और थोड़ा भी काम नही करते थे। बस उनको काम था खान–पिना और सोना। बेचारा पिताजी सवेरे से शाम तक काम में लगे रहते थे किन्तु वे देखा करते थे।
किसान अब
वृद्ध हो चला था। एक दिन चारपाई पर लेटे–लेटे किसान सोचने लगा अब मेरे से कुछ काम नही होता और मेरी तबीयत भी घराब हो रही है। लेकिन ये बच्चे कोई काम नही करने को तैयार है।
एक दिन उसकी अचानक तबियत घराब होती है वह अपने बच्चो को बुलाकर कहता है। बच्चो मैंने खेत में बहुत सारा धन धुपा रखा है। मेरे जाने के बाद निकाल लाना और वह चल बसते है।
थोड़े दिन बाद बच्चे सोचते है चलो खेत का धन निकाल लाते है।वह पुरा खेत परिश्रम से खोद देते है किन्तु धन नही मिलाता है। जमीन पुरी तरह से पोली हो जाती है और बरसात भी आ जाती है। तब उन्हें गाव वाले कहते है तुमने धन की लालच में जमीन तो खोद दी क्यो न उस पर फसल लग दो। वह सभी उस जमीन पर फसल लगा देते है। फसल लहलहा उठती हे। पैदावार बहुत अच्छी होते है। वह अनाज बेचते है जिससे उन्हे खूब पैसा मिलाता है। तब उन्हें अपने पिता की बात – खेत में धन छिपा है’ समझ में आती है। अब
वह मन लगाकर खूब परिश्रम करते है
परिश्रम का फल मीठा ही होता है