छोटी सी कविता हिंदी में
कविता
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शब्द संयोजन मेल है कविता
बस शब्दों का खेल है कविता
किसी कवि से जाकर पूछिए
लगे आजाद पर जेल है कविता
मन की चंचलता मिट जाए
मन के लिए नकेल है कविता
दाल-रोटी सम व्यंग्य, कहानी
मसालेदार भेल है कविता
ऐसे कटता कवि का जीवन
नमक-मिर्च औ तेल है कविता
दो महिने की छुट्टी मिल जाए
फिर तो मार्च-अप्रेल है कविता
कहता है दिल खोल कर परिंदा
उसकी तो अमर बेल है कविता
राम शर्मा परिंदा
मनावर जिला धार मप्र
07/06/2021