यूजर का ट्विटर हैंडल @infinozz है और उसने खुद इस पूरे एक्सपेरिमेंट की डिटेल पोस्ट की। बताया गया है कि उसने AI के जरिए एक महिला की इमेज जेनरेट की, उस पर नाम और बेसिक डीटेल्स जोड़कर एक डेटिंग प्रोफाइल बना दी। इस प्रोफाइल पर ढेर सारे लड़कों ने रिएक्ट करना शुरू कर दिया। कुछ ही घंटों में उसे न सिर्फ सैकड़ों लाइक्स मिले बल्कि काफी मैच भी हो गए।
I got bored and decided to play with ChatGPT’s new 4o image generation tool. Made some super realistic AI-generated pics of a girl. Then came the evil idea:
“Why not make a Bumble profile in Bangalore with it?”, and then…— infinoz🎧(42%) (@infinozz) April 14, 2025
लेकिन इस मजाक या एक्सपेरिमेंट का दूसरा पहलू और भी गंभीर था। उसने जब देखा कि एक पूरी तरह से फेक प्रोफाइल भी इतनी तेजी से लोगों से कनेक्ट हो सकती है, तो उसे खुद इस टेक्नोलॉजी की ताकत और खतरे का अंदाजा हुआ। उसने अपनी पोस्ट में कहा कि (अनुवादित) “यह डरावना है, क्योंकि इसका आसानी से गलत इस्तेमाल हो सकता है।”
lowkey scary tho
imagine if I actually matched someone and got them to send food, gifts, or pay rent lmao.
People out here SIMPING for pixels.anyways, ai is powerful & men are lonely. (attaching images for reference) pic.twitter.com/ihG9x0lxdW
— infinoz🎧(42%) (@infinozz) April 14, 2025
यह पूरा मामला सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चुका है और लोग दो हिस्सों में बंट गए हैं। एक तरफ कुछ लोग इसे मजाकिया और AI की काबिलियत का सबूत मान रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई लोग इस पर सवाल उठा रहे हैं कि अगर कोई इस टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल करे, तो उसका असर कितना बड़ा और खतरनाक हो सकता है, खासकर ऑनलाइन डेटिंग जैसी सेंसिटिव स्पेस में।
यह घटना न सिर्फ AI की ताकत दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि डिजिटल दुनिया में भरोसा करना कितना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में सवाल यही है, क्या हमें सिर्फ टेक्नोलॉजी की काबिलियत पर फोकस करना चाहिए, या उसकी जिम्मेदारी और एथिक्स पर भी उतना ही ध्यान देना चाहिए?