ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे, नुकसान | Blueberries benefits side effects in hindi

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ब्लूबेरी या नील बद्री के स्वास्थ्यवर्धक फायदे और नुकसान (Blueberry Ke Fayde and Side Effects in Hindi)

ब्लूबेरी को नील बद्री भी कहा जाता है। यह एक नीले रंग का फल है जिसका आकार गोल और छोटा होता है। स्वाद में ये फल खट्टा मीठा होता है. ब्लूबेरी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, और यह स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है। इसका वैज्ञानिक नाम “वैक्सीनियम को रिबोबायोज” है। इसमें कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं जो कई शबल से लड़ने में सहायक होते हैं। स्वास्थ्य, त्वचा और बालों के लिए गुणकारी है। यह मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध में मुख्य रूप से पाई जाती है।

ब्लू बैरीज़

ब्लूबेरी के प्रकार [Types Of Blueberries]

  1. लो बुश या कम बुश ब्लूबेरी – ब्लूबेरी की छोटी प्रजाति होती है
  2. उत्तर
  3. दक्षिण
  4. रबिट ऑय
  5. हाफ हाई या हाई बुश ब्लूबेरी – यह ब्लूबेरी की बड़ी शाखा है।

ब्लूबेरी के फल गुच्छे की संख्या होती है, और इसके उपचार का ज्ञान झुग्गी की तरह होता है यह 10 फलों से चार मीटर की दूरी पर होता है। इसके पत्ते का आकार अंडाकार आकार का होता है, और 1 से 8 दस्तावेज़ की चौड़ाई की हो सकती है। इसके फूलों का ज्ञान कटोरी के सामान होता है और फूलों का रंग जहां पीला, लाल या गुलाबी हो सकता है, इसके फलों का आकार छोटा और गोल होता है और स्वाद में कट्टा मीठा होता है। जब यह फल कच्चा होता है तब उसका रंग हरा हो जाता है उसके बाद लाल बैंगनी और मसाले पर सीरियस ब्लैक और सीरियस बैंगनी रंग का हो जाता है।

ब्लूबेरी का उत्पादन:

ब्लूबेरी की खेती उत्तर अमेरिका, एशिया और यूरोप में होती है। लेकिन इसकी हल्दी की मांग को देखते हुए विश्व के उत्पादन में 95% हिस्सेदारी कनाडा और अमेरिका की है। इसकी ताज़ी फल बेहद रसदार, मीठी और स्वास्थ्यवर्धक है, इसके गुणधर्म से भरपूर है, अब इसकी खेती पूरे साल की है,

हाई ब्लूबेरी मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका में पाई जाती है, इसकी खेती विश्व भर में दूर तक पाई जाती है और इसके कई प्रकार की प्रजातियां उपलब्ध हैं, पिछले कुछ वर्षों में इसकी मांग पूरे विश्व में बहुत अधिक हो गई है, इसका उत्पादन पूरे विश्व में कुछ भी बहुत उच्च स्तर पर होना लगा है। इसका संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे अधिक उत्पादन होता है, लगभग 240 हजार टन का उत्पादन होता है। इस उत्तपादन का आधा भाग बाज़ार में भेजा जाता है ताकि इस ताज़ा फल को खाने में लिया जा सके और बाकी हिस्सों को फ्रोजन कर सुख कर डिब्बा बंद कर स्टोर किया जा सके।

ब्लूबेरी का उत्पादन कनाडा में प्रथम स्थान पर है, यहां लो बुश ब्लूबेरी और वाइल्ड ब्लूबेरी का उत्पादन होता है। कनाडा के क्यूबेक में ब्लूबेरी का सबसे अधिक उत्पादन होता है, यह कनाडा की सबसे बड़ी फसल मनी है। यहां इसे ताजा फल के रूप में उपयोग करने के बजाय स्टोर कर के उपयोग में लाया जाता है।

विश्व में सबसे अधिक ब्लूबेरी का उत्पादन सूचि में पोलैंड तीसरे नंबर पर आता है, यहां लगभग 13 हजार टन टन का उत्पादन होता है, और यहां के उत्पाद का मुख्य हिस्सा बनता है।

ब्लूबेरी का उत्पादन जर्मनी, निडरलैंड, मेक्सिको, फ़्रेंच, स्पिन, स्वीडन, न्यूज़ीलैंड आदि जैसे कई देशों में किया जाता है।

ब्लूबेरी के उत्पाद के लिए जलवायु:

पारंपरिक रूप से इसका उत्पादन ठंडे और शून्य वाले इलाके में किया जाता है। आमतौर पर आर्द्र उत्तरी जलवायु में इसका उत्पादन किया जाता है। और शीतकालीन ठण्ड यानि आयुर्वेद ग्रीम में भी किया जाता है। इसके लिए अम्लीय मिट्टी या कम pH की मिट्टी की आवश्यकता होती है।

लेकिन अब ब्लूबेरी की कई जातियाँ उपलब्ध हैं जो कि ठंडे इलाके में गर्म इलाके में और तटीय इलाको में भी इसका उत्पादन किया जाता है।

100 ग्राम ब्लू बेरी में पाए जाने वाले तत्व की सूची (100 ग्राम ब्लू बेरी में पाए जाने वाले तत्व की सूची):

तत्व तत्व राशि मात्रा
कैलोरी कैलोरी 57
पानी पानी 84%
चीनी के टुकड़े 10 ग्रा
फ़ाइबरफ़ाइबर 2.4 ग्राम
फटफेट 0.3 ग्राम
प्रोटीन प्रोटीन 0.7 ग्राम
कार्ब्स कर्ब्स 14.5 ग्राम

ब्लूबेरी के स्वास्थ्य लाभ (ब्लू बेरी के स्वास्थ्य लाभ) :

हड्डी को मजबूत बनाने में :

ब्लूबेरी में कैल्शियमियम, मैग्नेशियम, मैग्नीशियम, लौह तत्व, मैग्नीज, जस्ता, विटामिन के पाए जाते हैं। यह सभी तत्त्व हड्डियों को मजबूत बनाए रखते हैं, संरचना को बनाए रखते हैं और हड्डियों के लोचों को बनाए रखते हुए बनाए रखते हैं।

त्वचा के लिए फ़ायदे (त्वचा के लिए अच्छा):

इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी कोल को बनाने में सहायक है। इसका कारण यह है कि ब्लूबेरी जूरी को एक सदस्य के रूप में जाना जाता है, जिससे व्यक्ति लंबे समय तक युवा लगता है। त्वचा के दाग को कम करने में सहायक है। मुहासों को शुरूआत है. फेस पर से दागबो को कम करता है। इसके अलावा कूड़ा प्रदुषण, धुम्रपान और व्यवसाय किरायों से त्वचा को होने वाले नुकसान को कम किया जाता है। यह त्वचा की ताजगी को बरक़रार रखता है।

तीसरा उपाय (कोलेस्ट्रॉल कम करना):

ब्लूबेरी में चॉकलेट और नोटबुक पाई जाती है और यह चॉकलेट कम करने में मदद करती है। यह गुण ब्लूबेरी को आदर्श आहार रचनाएँ हैं. पाए जाने वाले इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और मैग्नीशियम को कम करने में मदद मिलती है।

मधुमेह के इलाज में :

प्रचुर मात्रा में फ़ायबर पाया जाता है, इसमें मधुमेह के रोगियों को आहार की आवश्यकता होती है है, यह रक्त में ग्लूकोज़ के स्तर को कम करता है। ब्लूबेरी के पत्ते एन्थोसियानिडिनस में होते हैं। यह मेटाबॉलिज़्म की क्रिया को स्थिर रूप से प्रदर्शित करता है, और शरीर में ग्लूकोज़ शरीर के सभी अंगो तक के इंजेक्शन का कार्य करता है। इससे रक्त में ग्लूकोज का संतुलन बना रहता है। इस प्रकार मधुमेह के रोगियों के लिए यह अत्यंत लाभकारी है।

हृदय स्वास्थ्य सहायक :

ब्लूबेरी एथेरोस्क्लेरोसिस हार्टएटेक और स्ट्रोक को रोकने में मदद करता है। इसमें फ़ायबर एन्थोसाईनिन, ग्राज़िया, फ़ोलेट, विटामिन बी 6 और विटामिन सी पाए जाते हैं। फ़ायबर और एथोसाइनिन कोलेस्ट्रॉल को कम किया जाता है, रक्त वसा को सुधारा जाता है। विटामिन बी 6 और फोलेट ब्लड वेसिल्स को डैमेज होने से बचाया जाता है, जिससे होमो सिस्टिन का निर्माण होता है और चिकने दिल की मांसपेशियों के काम को नियंत्रित किया जाता है। ब्लूटूथ में खून का थक्का जमने से हार्टटेक की संभावना है। इसके सेवन से दिल के दौरे की संभावना कम होती है।

कैंसर से बचाव के लिए ( कैंसर से बचाव ):

केंसर के समुद्र तट के लिए ब्लूबेरी बेहद ताकतवर है, इसमें पाए जाने वाले एन्थोसाईनिन और कोलैबोरेटरी में पाए जाने वाले विटामिन सी और कॉपर कैंसर खतरनाक एलर्जी को रोकते हैं और ठीक करने में बेहद फायदेमंद साबित होते हैं।

दो कंपाउंड पाए गए हैं

  1. पेट्रोस्टीलबेन: प्रारंभिक कैंसर और कोलन की रोकथाम में सहायक
  2. एलैगिक एसिड: कैंसर को रोकना और ठीक करने में सहायक

मस्तिष्क विकास में (मस्तिष्क कार्य में सुधार):

ब्लूबेरी में पाए जाने वाले विटामिन्स, वाॅर्कलेट्स और फाइटो क्रेटिएंट्स ब्रेन सेल्सियो की रक्षा करते हैं, ये सेंट्रल नर्वस सिस्टमकी स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं। बैरीज़ बहुत ही गंभीर बीमारी जैसे अल्जाइमर की समस्या काफी हद तक कम हो जाती है। यह याददाश्त को सलाह देता है, डेमेज मास्टिक्स कैसलो और न्यूरान टिशु को ठीक कर सकते हैं।

वजन कम करने में :

फ़ायबर की प्रचुर मात्रा मौजूद होती है जो डायजेशन को बनाए रखती है और वजन को कम करती है। यह पेट से चर्बी कम करने में मदद करता है, एक कप ब्लू बैरीज़ में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 84 कैलोरी पाई जाती है। फिश और फ्रोजन ब्लूबैरी का भी उपयोग किया जाता है, इसमें कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है, और इसमें फ्रोज़न ब्लूबेरी शामिल है, जो पेट पर चर्बी को जमा नहीं करता है।

अधिकतम लाभ:

ब्लूबेरी में फ़िटोन्युट्रिएंट्स और फ़्लेवोनोइड्स के साथ एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मौजूद फ्री स्केवेंगिंग एक्टिविटी की ज़िम्मेदारी है। फ्लेवोनॉल्ड्स का समूह विशेष रूप से, एन्थोसाईनिन, मुक्तकणों के कारण शरीर को सभी प्रकार के नुकसान से प्रभावित करता है।

सुजन कम करने में :

ब्लूबेरी में पाए जाने वाले तत्व सूजन बढ़ाने वाली बीमारी को कम करते हैं, जैसे कि गठिया, एथेरोस्क्लेरोसिस, अल्जाइमर और सूजन संबंधी पुरानी बीमारियों को भी बढ़ावा मिलता है।

पाचन शक्ति पुनर्प्राप्ति है (पाचन के लिए अच्छा):

पिए जाने वाले और कब्ज में राहत मिलती है, और इसमें मौजूद विटामिन,सोडियम, कॉपर, फ्रोक्टोज एसिड पाचन तंत्र को पिस्ते के रूप में बनाने में मदद मिलती है। यह भोजन पचाने में मदद करता है।

यूरीन इन्फेक्शन कम करने में ( मूत्र इन्फेक्शन के लिए):

जिस बैक्टीरिया के कारण यूरिन इन्फेक्शन होता है, वह काली है इसे रोकने में सहायक है ब्लूबेरी में एक मल्टीप्लक जैसा कि अनोयो का एक कंपाउंड होता है जो इस बैक्टीरिया के विकास को कम करता है। यह एक एंटीबायोटिक गुण है. अब तक यह गुण केवल दो ही फलो में पाया गया है क्रेन बेरी और ब्लू बेरी।

आँखों की देखभाल (नेत्र देखभाल के लिए):

इसमें एक गुण है जो हर उम्र में होने वाली समस्याओं को रोकने में उपयोगी है जैसे मोतियाबिंद, मायोपिया, हाइमेट्रोपिया, सूखापन और बच्चों से संबंधित संक्रमण को रोकने में सहायता करता है। इसमें एन्थोसाइनोसाइड पाया जाता है जो कि शक्ति को पुनः प्राप्त करता है, और उत्सव की समस्या को कम करने में सहायक है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में (प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए):

ब्लूबेरी में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट बॉयलर से लड़ने की क्षमता होती है। यह संक्रमण को रोकने में सहायक है, यदि किसी की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रबल है तो उसे वायरस द्वारा फोड़े, बुखार, चिकन पॉक्स और बार-बार संक्रमण से कोई बीमारी नहीं होगी।

मसल्स डैमेज को कम करता है (यह मांसपेशियों की क्षति को कम करता है):

ब्लूबेरी मांस पेशियों के दर्द, थकान को कम करने में उपयोगी है। ऐसा दर्द जो बहुत कठिन परिश्रम के बाद होता है, ऐसा दर्द कम करने में उपयोगी होता है। और यह मांस पेशी का पुनर्जन्म करने की क्षमता है।

बालों के लिए फायदे (Hair Care):

ब्लूबेरी बालो के विकास में मदद करता है, ब्लूबेरी का रस और जेतून का तेल दोनों का मिश्रण बालो की जड़ो में बनाने से बाल प्रारंभिक एशियाई घने और काले होता है.

तनाव नियंत्रण के लिए (Stress control):

इसमें एंथोसायसिन गुण पाया जाता है तनाव को कम करने और रोकने का काम करता है. सप्ताह में 2 से 3 बार ब्लूबेरी की कुछ मात्रा का सेवन करने से तनाव नियंत्रित होता है।

यद्दाश्त शक्ति स्थापनाएं ( Iस्मरण शक्ति बढ़ाएँ):

जब उम्र अधिक होती है तो हर व्यक्ति की याददाश्त कम होती है, ब्लू बेरी में मौजूद तत्व बढ़ती उम्र में भी याददाश्त शक्ति कायम रहती है। आपको बार-बार भूलने की आदत है उन्हें भी ब्लूबेरी का सेवन करना चाहिए।

ब्लूबेरी के उपयोग (Uses of Blueberry ):

यह एक बहुत ही स्वादिष्ट फल है जिसे स्वादिष्ट माना जाता है। यह स्वाद में मीठा होता है, इसलिए इसे टॉपिंग के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। ऐसे खाद्य पदार्थ जो बेक किए जाते हैं उनमें पेन केक्स, केक्स और कई व्यंजनों को जोड़ा जा सकता है। ब्लूबेरी को स्टोर करके रखा जा सकता है। ब्लूबेरी को फ्रोजन करके रखा जाता है, फ्रोजन करने में ये अपनी मजबूत खो देता है पर स्वाद एक ही रहता है।

इसमें कई पोषक तत्त्व पाए जाते हैं जो कि कई साधकों से लड़ने में सहायक होते हैं, इसलिए इसकी पर्याप्त मात्रा का सेवन करना चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और कई चमत्कारी गुणों से भरपूर है। हर उम्र के व्यक्ति के लिए यह कमाल है।

ब्लूबेरी के नुकसान (ब्लू बेरी के दुष्प्रभाव):

रक्त नमकीन होता है (ब्लू बेरी का रक्त पर प्रभाव) :

रक्त विकारो से पीड़ित लोगों को ब्लूबेरी से बचना चाहिए। विटामिन K में पाए जाने वाले कन्टेन्ट रक्त को नमक कहते हैं।

एलर्जी (एलर्जी):

कुछ लोगों में एलर्जी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है, जैसे खुजली, सूजन और सांस लेने में तकलीफ।

सैलिसिलेट संवेदनशीलता ( सैलिसिलेट संवेदनशीलता ):

ब्लूबेरी में सेल्सीसाइजर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिसमें सेल्सीसाइजर से एलर्जी नहीं होती, वे इसे सह कर रखते हैं। उन्हें उल्टी, कब्ज, दस्त, गैस, सिर दर्द की समस्या हो सकती है।

अधिक मात्रा में फाइबर

ब्लूबेरी में नारियल की मात्रा बहुत अधिक होती है। अतिरिक्त सेवन से पेट में खराबी, सूजन, पेट का फूलना, दस्त की जन्मजात समस्या हो सकती है। यह पोषक तत्वों से भरपूर पोषक तत्व और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है। कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा के कारण इसका अधिक सेवन ना करने की सलाह दी जाती है।

विटामिन के की अधिक मात्रा (विटामिन के ओवरडोज़):

प्रचुर मात्रा में विटामिन K पाया जाता है, एक कप ब्लूबेरी में 29 माइक्रोग्राम विटामिन होता है। यह हड्डियों को मजबूत करता है, रक्त को नियंत्रित करता है, कैंसर के खतरे को कम करता है लेकिन इसकी अधिक मात्रा से सांस की तकलीफ, रक्तचाप और भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

गर्भवती महिला पर ब्लूबेरी का असर (गर्भवती महिला पर ब्लूबेरी का प्रभाव):

गर्भवती महिलाओं के लिए यह एक अच्छा आहार होता है, इसका अधिक सेवन करना खतरनाक हो सकता है। इसमें ऐसे कई योगिक होते हैं जो कि गर्भवती महिला के लिए बेहद खतरनाक होते हैं लेकिन इसका सेवन पूर्व डॉक्टर से परामर्श की सलाह के अनुसार किया जाता है। गर्भवती महिला को खाद्य पदार्थ लेने वाली महिला को उसके संस्थान में दिखने वाले खाद्य पदार्थों के बारे में पता होना चाहिए, इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही आहार लेना चाहिए।

फल प्रकृति के द्वारा मनुष्य को दिया गया एक उपहार है। हर फलों का खजाना होता है यानी इसमें कई चमत्कारी गुण पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। इसलिए अधिक से अधिक पेड़-पौधों को चलाना और प्रकृति की रक्षा करना चाहिए।

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