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Delhi Model Teacher Murder Conspiracy; Angel Gupta | Boyfriend Wife | मॉडल एंजेल, जिसने रची हत्या की साजिश: शादीशुदा बॉयफ्रेंड की पत्नी की 10 लाख में दी सुपारी, रईस सौतेले पिता ने की थी मदद

Delhi Model Teacher Murder Conspiracy; Angel Gupta | Boyfriend Wife | मॉडल एंजेल, जिसने रची हत्या की साजिश: शादीशुदा बॉयफ्रेंड की पत्नी की 10 लाख में दी सुपारी, रईस सौतेले पिता ने की थी मदद


20 मिनट पहलेलेखक: ईफत कुरैशी

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29 अक्टूबर 2018 की बात है, राजधानी दिल्ली के बाहरी इलाके बवाना में दयाल वर्मी कंपोस्ट है। ये इलाका आमतौर पर सुनसान ही रहता है। सुबह के करीब 8 बज रहे थे। एक शख्स वहां से गुजर ही रहा था कि उसकी नजर सड़क किनारे पड़ी एक महिला पर पड़ी। उसने तुरंत कार रोकी और नजदीक जाकर देखा तो महिला खून से लथपथ थी और दर्द से कराह रही थी। उस शख्स ने तुरंत शोर कर आसपास के लोगों को मदद के लिए बुलाया। देखने में ये एक एक्सीडेंट का केस मालूम पड़ रहा था। उसने तुरंत महिला को कार में बैठाया और अस्पताल के लिए निकल पड़ा। उसने महिला का बैग भी साथ रख लिया था।

अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर्स भांप गए कि महिला के शरीर के रिस रहे खून की वजह कोई एक्सीडेंट नहीं बल्कि गोलियां हैं। डॉक्टर्स ने महिला को बचाने की हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन खून इतना बह चुका था कि महिला को बचाया नहीं जा सका। पुलिस ने बैग से मिले पहचान पत्र से महिला की शिनाख्त की। उनका नाम था सुनीता। जो पानीपत के सरकारी स्कूल की टीचर थीं। मोबाइल से महिला के पति का नंबर निकालकर उनसे संपर्क किया गया और अस्पताल बुलाया गया। महिला का पति मंजीन एक बड़ा प्रॉपर्टी डीलर था। जैसे ही उसे बताया गया कि गोलियां लगने से सुनीता की मौत हो गई है, तो उसका रो-रोकर बुरा हाल हो गया। हर किसी का सवाल था कि आखिर एक मामूली स्कूल टीचर की इस तरह हत्या कौन और क्यों कर सकता है।

पुलिस ने तुरंत महिला की कॉल डिटेल्स और घर की जांच शुरू की। सुनीता के कमरे से पुलिस को एक डायरी मिली, जिसमें उसने लिख रखा था कि उसकी हत्या हो सकती है। पन्ने पलटे गए तो इसमें दिल्ली-मुंबई की मशहूर मॉडल और एक्ट्रेस एंजेल गुप्ता का नाम भी दर्ज था, जिसे सुनीता अपनी जिंदगी की बर्बादी का कारण मानती थीं। वहीं एंजेल गुप्ता जिन्हें 2016 में शक्ति कपूर, आदित्य पंचोली स्टारर फिल्म भौरी में आइटम सॉन्ग झुमका लिया बरेली से में देखा गया था। उन्होंने 20 बॉलीवुड फिल्मों में काम किया था।

आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में जानिए कैसे मॉडल-एक्ट्रेस एंजेल गुप्ता ने रची एक सरकारी टीचर की हत्या की साजिश-

एंजेल गुप्ता का असली नाम शुभप्रिया था। उनकी मां एक ब्रिटिश नागरिक थीं जबकि पिता भारतीय मूल के एक बिजनेसमैन थे। उनका जन्म दिल्ली में हुआ था। वो चंद सालों की ही थीं, जब उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद उनकी मां की मुलाकात राजीव नाम के शख्स से हुई और दोनों साथ रहने लगे। राजीव एक रईस बिजनेसमैन थे। उन्होंने शुभप्रिया उर्फ एंजेल की बेटी की तरह परवरिश की। बढ़ती उम्र के साथ शुभप्रिया ने मॉडलिंग में जाने का फैसला किया। उन्होंने ये बात अपने सौतेले पिता राजीव को बताई तो वो भी राजी हो गए। उन्होंने शुभप्रिया के मुंबई जाकर मॉडलिंग करने में मदद भी की। ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़ने के बाद शुभप्रिया ने अपना नाम बदलकर एंजेल रख लिया। देखने में बेहद खूबसूरत एंजेल के लिए काम ढूंढना मुश्किल नहीं रहा।

शुरुआत में कुछ मामूली मॉडलिंग प्रोजेक्ट्स करने के बाद एंजेल ने फिल्मों में भी छोटी-मोटी भूमिकाएं निभानी शुरू कर दीं। हालांकि उन्हें बड़ा ब्रेक साल 2016 में आई फिल्म ‘भौरी’ के आइटम सॉन्ग ‘झुमका बरेली से’ से मिला।

उन्होंने मुंबई में ही घर ले लिया। काम से फुर्सत मिलती थी तो वो परिवार से मिलने दिल्ली भी आया करती थीं। ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़ने के बाद एंजेल गुप्ता का कई पेज 3 पार्टीज में भी जाना होता था, जो कॉन्टैक्ट्स बनाने के लिए जरूरी मानी जाती थीं।

एक इवेंट में जॉन अब्राहम के साथ पोज देतीं एंजेल गुप्ता।

एक इवेंट में जॉन अब्राहम के साथ पोज देतीं एंजेल गुप्ता।

साल 2012 की बात थी। एंजेल दिल्ली आई हुई थीं। एक रोज वो गुरुग्राम में होने वाली एक हाईप्रोफाइल पार्टी का हिस्सा बनी थीं। देर रात हो चुकी थी। वो क्लब से अकेली निकली थीं तभी कुछ बदमाशों ने उनका पर्स छीनने की कोशिश की। देर रात मदद के लिए आसपास कोई नहीं था। बदमाश उन पर कई अश्लील कमेंट्स भी कर रहे थे, जिसे सुनकर वो लगातार मदद की गुहार लगा रही थीं। ठीक इसी समय क्लब से निकलते हुए मंजीत नाम के शख्स ने लड़की की चीखें सुनी और तुरंत वहां पहुंचे। उन्होंने बिना कुछ सोचे-समझे बदमाशों से जमकर मुकाबला किया और एंजेल को बचाया।

मंजीत सहरावत (38) एक प्रॉपर्टी डीलर था।

मंजीत सहरावत (38) एक प्रॉपर्टी डीलर था।

मंजीत का किसी हीरो की तरह एंट्री लेना और बचाना एंजेल के दिल को छू गया। इसे पहली नजर का प्यार कहना भी गलत नहीं होगा। क्लब के बाहर ही शुक्रिया कहने के बहाने एंजेल से उनकी बात हुई और फिर दोनों ने नंबर एक्सचेंज कर लिए। जल्द ही ये दोस्ती प्यार में बदल गई और फिर मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो गया।

एंजेल का दिल्ली आना-जाना अब बढ़ गया था, वजह थे मंजीत। कुछ महीनों बाद एक रोज मंजीत ने एंजेल को बता दिया कि वो शादीशुदा हैं और दो बच्चों के पिता हैं। एंजेल को धक्का जरूर लगा, लेकिन वो मंजीत के लिए इतनी उतावली थीं कि उन्हें इस बात से भी कोई फर्क नहीं पड़ा। दोनों अक्सर एंजेल के दिल्ली स्थित घर में ही रुका करते थे।

इस फिल्मी कहानी ने तब एक संजीदा मोड़ ले लिया जब 2014 में एक रोज मंजीत की पत्नी ने उनके फोन में उनकी और एंजेल की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें देख लीं। पति के अफेयर से सुनीता बुरी तरह टूट गईं। उन्होंने मंजीत से रिश्ता खत्म करने को कहा, लेकिन वो इसके लिए राजी नहीं था। घर में इस अफेयर से झगड़े बढ़ने लगे। ये बात सुनीता ने मंजीत और अपने परिवार को बताई। सभी घर पहुंचे और उन्होंने मंजीत को हिदायत दी कि वो एंजेल से दूरी बनाए और परिवार पर ध्यान दे। ये सारी बातें बेअसर ही रहीं।

सुनीता सहरावत सरकारी स्कूल की टीचर थीं।

सुनीता सहरावत सरकारी स्कूल की टीचर थीं।

घर में बढ़ते झगड़ों के बीच एक रोज मंजीत अपना सामान लेकर एंजेल के दिल्ली के रानी बाग स्थित घर में शिफ्ट हो गए। उन्होंने घर आने से साफ इनकार कर दिया। 5 महीने तक पत्नी सुनीता उन्हें लौट आने को कहती रहीं, लेकिन वो नहीं माने। एक दिन सुनीता ने उन्हें धमकी दी कि अगर वो न लौटे तो वो बेटी के साथ आत्महत्या कर लेंगी। आखिरकार मंजीत को लौटना पड़ा।

2018 तक एंजेल ने मंजीत के लिए अपने करियर पर ध्यान देना भी लगभग बंद कर दिया था। अब वो शादी कर सेटल होना चाहती थीं। एक दिन एंजेल ने अपने सौतेले पिता राजीव को अपने रिश्ते की पूरी कहानी सुना दी। उनके पिता ने शुरुआत में मंजीत के शादीशुदा होने पर ऐतराज जताया, लेकिन बेटी की जिद के आगे वो भी राजी हो गए। उन्होंने मंजीत को मिलने बुलाया और साफ कह दिया कि या तो पत्नी को छोड़कर एंजेल से शादी कर लो या अलग हो जाओ।

मंजीत ने उसी दिन पत्नी के पास जाकर साफ कह दिया कि वो उनसे तलाक ले रहा है। पत्नी सुनीता अड़ गईं कि वो तलाक नहीं देंगी। मंजीत ने हर तरह से सुनीता से अलग होने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं मानीं।

जब ये बात मंजीत ने गर्लफ्रेंड एंजेल को बताई तो वो भड़क गईं। उन्होंने फैसला कर लिया कि चाहे जो हो जाए वो सुनीता को अपनी शादी के रास्ते में नहीं आने देंगी।

एंजेल ने अपने सौतेले पिता राजीव से सुनीता को रास्ते से हटाने में मदद मांगी और बेटी के लिए वो राजी भी हो गए। उन्होंने अपने ड्राइवर दीपक को इस प्लान में शामिल किया और सुपारी किलर ढूंढने का काम दे दिया। चंद दिनों में ही ड्राइवर दीपक ने दो सुपारी किलर्स विशाल उर्फ जॉनी और शहजाद सैफी से उनका संपर्क करवाया। शूटर्स ने इस काम के लिए 18 लाख रुपए की डिमांड की, लेकिन एंजेल ने बातचीत कर 10 लाख रुपए में बात तय की। एडवांस के तौर पर 50 हजार दिए गए और फिर दो दिन बाद 1.5 लाख।

एंजेल ने सुनीता की तस्वीरें और उनका पता शूटर्स को दे दिया। एंजेल के पिता राजीव ने खुद कई दिनों तक सुनीता की रेकी की और देखा कि वो घर से किस रास्ते से होकर स्कूल जाया करती थीं। इस प्लान में मंजीत का काम ये था कि वो शूटर्स को कॉल कर बताएगा कि सुनीता कितनी बजे घर से निकली हैं।

27 अक्टूबर 2018 को करवाचौथ का दिन था। एंजेल ने मंजीत से कहा कि वो उनके लिए व्रत रखेंगी। वहीं दूसरी तरफ सुनीता भी उनके लिए व्रत रखती थीं, तो उनका घर से निकल पाना मुश्किल था। ऐसे में एंजेल ने कहा कि वो करवाचौथ से पहले ही सुनीता की हत्या करवाएंगी। उन्होंने 26 अक्टूबर को शूटर्स को सुनीता के घर के बाहर भेजा। वो दोनों उसके निकलने का इंतजार करने लगे। कुछ देर तक सुनीता नहीं निकलीं तो वो दोनों शूटर्स घर के पास ही समोसे खरीदकर खाने लगे, ठीक इसी समय सुनीता घर से निकल गईं और दोनों चूक गए।

एंजेल ये खबर सुनकर काफी नाराज हुईं। अगले दिन 27 अक्टूबर को करवाचौथ था तो सुनीता ने छुट्टी ले ली और वो घर से निकली ही नहीं। उन्होंने मंजीत के लिए व्रत रखा था। अगले दिन 28 अक्टूबर को रविवार था, जिस दिन सुनीता की छुट्टी रहती थी, तो वो इस दिन भी घर से नहीं निकलीं। दो दिन के इंतजार के बाद 29 अक्टूबर को सुबह 7 बजे सुनीता स्कूल के लिए निकलीं। उनके निकलते ही मंजीत ने शूटर्स के नंबर पर मिस्ड कॉल देकर उन्हें सुनीता के निकलने की खबर दी। दोनों बवाना के सुनसान एरिया में उनका इंतजार करने लगे और फिर उन्हें देखते ही दो गोली पेट में और एक छाती पर मार दी। सड़क खाली थी तो वो आसानी से काम कर गए।

हत्याकांड की जांच के लिए एसीपी सौरभ चंद्र और इंस्पेक्टर धर्म देव की अगुआई में एक स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई गई थी। जांच में पहला अहम सुराग सुनीता की डायरी थी, जिसमें उसने पति मंजीत और एंजेल के अफेयर की पूरी कहानी लिख रखी थी। डायरी और परिवार के बयान के आधार पर 29 अक्टूबर को ही मंजीत को कस्टडी में ले लिया गया। कस्टडी में मंजीत कहानियां बनाता रहा, लेकिन पुलिस की सख्ती से वो टूट गया। उसने हत्या में शामिल होने की बात कबूल कर ली। उसके बयान के आधार पर महज 24 घंटे में ही पुलिस ने एंजेल, उसके सौतेले पिता राजीव और ड्राइवर की गिरफ्तारी की।

एंजेल गुप्ता की गिरफ्तारी उनके दिल्ली स्थित घर से हुई थी।

एंजेल गुप्ता की गिरफ्तारी उनके दिल्ली स्थित घर से हुई थी।

गिरफ्तारी के समय जब मीडिया द्वारा मंजीत से पूछा गया कि उसने पत्नी का कत्ल क्यों करवाया तो वो साफ मुकर गया कि हत्या एंजेल और उसके पिता ने करवाई, इससे उसका कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि उसके खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत थे। इस मामले में 2025 में रोहिणी कोर्ट ने सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सभी तिहाड़ जेल में बंद हैं।

गिरफ्तारी के दौरान ली गई मंजीत और एंजेल की तस्वीर।

गिरफ्तारी के दौरान ली गई मंजीत और एंजेल की तस्वीर।

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