Share price of Suzlon Energy share: सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रोवाइडर कंपनी सुजलॉन के शेयरों में बड़ी गिरावट आई। इस वजह से शेयर में लोअर सर्किट लग गया। बीते कुछ महीनों से तेजी के ट्रैक पर दौड़ रहे इस शेयर में सोमवार को 4.98% की गिरावट आई और भाव 27.69 रुपये पर आ गया। बता दें कि आखिरी कारोबारी दिन यानी 6 अक्टूबर को ही शेयर ने अपने 52 हफ्ते के हाई 29.82 रुपये को टच किया था। बता दें कि पिछले छह महीने में यह शेयर 243.48% चढ़ा है।
“एएसएम फ्रेमवर्क” में रखा गया है शेयर
सुजलॉन एनर्जी शेयर को 9 अक्टूबर, 2023 से डायरेक्ट स्टेज IV “एएसएम फ्रेमवर्क” में रखा गया है। एएसएम का मतलब अतिरिक्त निगरानी उपाय है। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और एक्सचेंज निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए इस तरह के कदम उठाते हैं। यह निवेशकों की सुरक्षा के लिए मूल्य उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने की एक व्यवस्था है। हालांकि, इससे शेयर का कॉरपोरेट एक्शन प्रभावित नहीं होता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?Share price of Suzlon
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के दीपक जसानी ने कहा कि एएसएम सूची के तहत रखा गया कोई भी स्टॉक निवेशकों के लिए कम आकर्षक हो जाता है। इसलिए एएसएम सूची के अंतर्गत आने वाले किसी भी ऐसे स्टॉक में मुनाफावसूली देखी जा सकती है। मुनाफावसूली खत्म होने पर स्टॉक की कीमतें कुछ दिनों में स्थिर भी हो सकती हैं। सुजलॉन के मामले में इस पर नजर रखनी होगी।
हालांकि कंपनी की कर्ज कटौती योजनाओं और ऑर्डर फ्लो से भी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। वहीं, एक्सपर्ट भी आश्वस्त तो हैं लेकिन कुछ सलाह भी दे रहे हैं। सितंबर की एक रिपोर्ट में कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने कहा था कि सुजलॉन के मौजूदा मार्केट कैप के आधार पर हमारा रिवर्स-वैल्यूएशन विश्लेषण बताता है कि सुजलॉन को अपने मौजूदा स्टॉक मूल्य को उचित ठहराने के लिए 5-8 गीगावॉट वार्षिक विंड टरबाइन कैपिसिटी देने की जरूरत होगी।