फाइनेंशियल एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, CEO एंडी जैसी की रणनीति कंपनी के निर्णय लेने की प्रक्रिया को तेज करने और ऑपरेशन्स को अधिक कुशल बनाने पर केंद्रित है। इस योजना के तहत, Amazon ने इंडिविजुअल कॉन्ट्रिब्यूटर्स और मैनेजर्स के अनुपात को 15% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, जिससे ब्यूरोक्रेसी को कम किया जा सके और काम की स्पीड बढ़ाई जा सके।
बिजनेस इनसाइडर के हवाले से रिपोर्ट कहती है कि मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषण से पता चलता है कि इस रीस्ट्रक्चरिंग के तहत करीब 13,834 मैनेजरियल पद समाप्त किए जा सकते हैं। इससे कंपनी को अरबों डॉलर की लागत बचाने में मदद मिलेगी।
Amazon ने “ब्यूरोक्रेसी टिपलाइन” भी शुरू की है, जहां कर्मचारी अप्रभावी प्रक्रियाओं और गैर-जरूरी लेयर्स की रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके अलावा, मैनेजर्स को टीम ऑप्टिमाइजेशन पर काम करने और लागत को कंट्रोल करने के लिए कहा गया है।
Amazon ने महामारी के दौरान बड़े पैमाने पर हायरिंग की थी। 2019 में जहां 798,000 कर्मचारी थे, वहीं 2021 के अंत तक यह संख्या 16 लाख से अधिक हो गई। हालांकि, हाल के वर्षों में कंपनी ने अपने स्टाफिंग मॉडल को रीकैलिब्रेट किया है। पिछले साल भी Amazon ने 27,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी और “Try Before You Buy” क्लोदिंग प्रोग्राम सहित कई सेवाओं को बंद कर दिया था। अब, कंपनी लॉन्ग-टर्म प्रॉफिटेबिलिटी पर फोकस कर रही है और मैनेजमेंट टीम को छोटा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।