8 मिनट पहले
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एक्ट्रेस श्रुति हासन जल्द ही फिल्म ‘कुली’ में नजर आएंगी। लोकेश कनगराज के निर्देशन में बनी यह फिल्म एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसमें श्रुति का रोल इमोशन और इंटेंसिटी से भरपूर है। फिल्म में रजनीकांत, नागार्जुन और उपेंद्र जैसे दिग्गज कलाकार भी हैं। वहीं, फिल्म में आमिर खान कैमियो करते नजर आएंगे। ‘कुली’ का संगीत अनिरुद्ध रविचंदर ने दिया है।
हाल ही में फिल्म में अपने रोल और काम करने के अनुभव को लेकर श्रुति हासन ने दैनिक भास्कर से बातचीत की है। पढ़िए इंटरव्यू की प्रमुख बातें…
सवाल: फिल्म ‘कुली’ में जब आपको रोल ऑफर हुआ तो आपका पहला रिएक्शन क्या था?
जवाब: ऐसे बड़े प्रोजेक्ट का हिस्सा बनना किसी के लिए भी बहुत रोमांचक होता है। फिर जब वो उत्साह थोड़ा कम हुआ, तो मैंने महसूस किया कि ये एक जबरदस्त किरदार है। इस कहानी की दुनिया में जहां कई किरदार और कहानियां हैं, वहां मुझे एक शानदार रोल मिला।
फिल्म ‘कुली’ 14 अगस्त 2025 को रिलीज होगी।
सवाल: यह किरदार काफी भावनाओं से भरा और बदला लेने वाला लगता है। क्या आपने इसके लिए कोई खास तैयारी की?
जवाब: ‘प्रीति’ के रोल के लिए मुझे ज्यादा फिजिकल तैयारी नहीं करनी पड़ी क्योंकि इसमें कोई एक्शन सीन नहीं था। हां, इमोशनल रूप से तैयारी जरूर करनी पड़ी। हमारे डायरेक्टर लोकेश सर को पहले से ही पता था कि उन्हें प्रीति का किरदार कैसा चाहिए। उनके दिमाग में सब साफ था।
हम दोनों की बातचीत भी बहुत अच्छी रही, वो मेरे सुझाव भी सुनते थे। इस वजह से जब मैं शूटिंग के लिए सेट पर पहुंची, तो ऐसा लगने लगा था जैसे मैं प्रीति को अच्छी तरह से जानती हूं क्योंकि लोकेश सर की सोच और गाइडेंस बहुत क्लियर थी।
सवाल: जब आप पैन इंडिया ऑडियंस के लिए परफॉर्म करते हैं तो क्या कोई जिम्मेदारी में फर्क महसूस होता है?
जवाब: आजकल सारी फिल्में एक तरह से इंडियन इमोशन पिक्चर हो चुकी हैं। वो इमोशनल कोर जो है, वो सिर्फ इंडिया में नहीं, दुनिया भर में असर करता है तो मैं हमेशा उस इमोशनल कोर पर ही फोकस करती हूं, खासकर प्रीति के कैरेक्टर के साथ किया है।
श्रुति हासन को फिल्म ‘3’ (2012) से बड़ी पहचान मिली।
सवाल: फिल्म की शूटिंग के दौरान भाषा का कोई चैलेंज था?
जवाब: नहीं, हमने पूरी फिल्म तमिल में शूट की है। डबिंग बाकी भाषाओं में की गई है। आमिर सर ने भी तमिल में ही शूट किया था।
सवाल: जब रजनीकांत, नागार्जुन और आमिर जैसे बड़े स्टार्स साथ काम कर रहे हों, तो क्या अच्छा परफॉर्म करने का दबाव महसूस होता है?
जवाब: बड़े स्टार्स के साथ काम करके प्रेरणा ही मिलती है। जैसे रजनी सर से बहुत कुछ सीखा। जैसे सबको लगता है कि जब रजनी सर सेट पर आएंगे तो माहौल भारी हो जाएगा, लोग डर जाएंगे, लेकिन असल में, जब वो आते हैं तो पूरा सेट पॉजिटिव हो जाता है, सब बहुत रिलैक्स हो जाते हैं।
वो बहुत मेहनती हैं, बहुत विनम्र हैं और उनके साथ काम करके लगता है कि हमें भी उनके जैसे बनना है। उनका व्यवहार ऐसा होता है कि सब इंस्पायर हो जाते हैं।
सवाल: कोई एक बात जो रजनीकांत ने कही हो और वो आपके दिल को छू गई हो?
जवाब: रजनी सर सेट पर हम सबको बहुत हौसला देते थे। एक दिन उन्होंने मुझसे कहा, “तुम बहुत अच्छा कर रही हो।” फिर सबकी ओर देखकर बोले, “इसने अच्छा किया न?” उस पल ऐसा लगा जैसे स्कूल में टीचर ने सब बच्चों से कहा हो, “इसने अच्छा काम किया है, ताली बजाओ।”
वो रोज ऐसा नहीं कहते थे, इसलिए हम सोचते थे कि अगली बार क्या करें जिससे वो फिर से हमारी तारीफ करें।
साल 2009 में श्रुति ने बॉलीवुड फिल्म ‘लक’ से बतौर लीड एक्ट्रेस डेब्यू किया।
सवाल: नागार्जुन के साथ क्या आप इस बार स्क्रीन शेयर कर रही हैं?
जवाब: नागार्जुन सर के साथ काम करना मेरे लिए बहुत खास है। मैं पहले से ही उन्हें जानती हूं, तो एक अपनापन महसूस होता है। वो बहुत चार्मिंग और जेंटलमैन हैं। उनकी कम्युनिकेशन स्किल्स बहुत ही अच्छी हैं। उनके साथ काम करना बहुत अच्छा अनुभव रहा।
सवाल: आमिर खान के साथ शूट का अनुभव कैसा रहा?
जवाब: आमिर सर के साथ काम करने का अनुभव मेरे लिए नॉस्टेल्जिक था। मैं उनको पहले से जानती थी और अब उनके साथ काम करना फैमिली जैसा महसूस हुआ। मैंने देखा कि वो भी कुछ नया करने की कोशिश कर रहे थे और उनकी एक्साइटमेंट देखकर मुझे भी प्रेरणा मिली।
सवाल: एक डायरेक्टर के तौर पर लोकेश कनगराज की सबसे खास बात क्या लगी आपको?
जवाब: लोकेश सर एक बहुत ही सोच-समझकर काम करने वाले डायरेक्टर हैं। जैसे टीम का कप्तान होता है, वैसे ही डायरेक्टर होता है। अगर कप्तान अच्छा हो, तो टीम भी अच्छा करती है, यही उनके साथ काम करते हुए महसूस हुआ।
वो सेट पर हमेशा शांत और फोकस्ड रहते हैं। उनसे बात करना आसान होता है। कभी ऐसा नहीं लगा कि कुछ कहना है और कह नहीं पा रहे। कई बार फिल्मों में कुछ चीजें प्लान करते हैं लेकिन शूट के समय अलग लगता है, लेकिन इस फिल्म में ऐसा एक भी बार नहीं हुआ।
श्रुति ने ‘गब्बर सिंह’, ‘रेस गुर्रम’, ‘श्रीमंथुडु’, ‘क्रैक’, ‘सालार’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है।
सवाल: क्या अनिरुद्ध ने इस फिल्म में आपके किरदार के लिए कोई खास म्यूजिक या सिग्नेचर ट्यून बनाई है?
जवाब: जी नहीं, मुझे नहीं पता। शायद नहीं, लेकिन जब अनिरुद्ध ने अपनी पहली फिल्म की म्यूजिक की थी, उस फिल्म में मैं थी। उस फिल्म का गाना ‘कोलावेरी दी’ बहुत बड़ा हिट हुआ था। तभी मुझे लगा था कि वो बड़े म्यूजिक डायरेक्टर बनेंगे और वो बने भी। उनकी ग्रोथ देखकर एक दोस्त की तरह बहुत खुशी होती है। इस फिल्म में उसका म्यूजिक सुनने के लिए मैं भी बहुत एक्साइटेड हूं।
सवाल: फिल्म की शूटिंग के दौरान कोई ऐसा खास पल जो आपको याद हो और दिल के करीब हो?
जवाब: मैं सीधे-सीधे नहीं कह सकती हूं, लेकिन फिल्म में काम करना का अनुभव बहुत अच्छा रहा। सबके खास बात ये थी कि डायरेक्शन की पूरी टीम बहुत ही फ्रेंडली थी। जब हम लंबे आउटडोर या लेट नाइट शूट करते थे, तब भी सब बहुत फैमिली जैसे लगते थे। माहौल बहुत पॉजिटव था।
सवाल: फिल्म में आपके लिए सबसे ज्यादा चैलेंजिंग क्या था?
जवाब: फिल्म में मेरा किरदार बहुत ही नाजुक और लेयर वाला किरदार था। ऑन पेपर देखने पर लगता है कि ये समझना मुश्किल नहीं होगा, लेकिन इसमें कई लेयर थीं, रोल को लेकर बहुत जिम्मेदारी थी और मेरे लिए ये एक दिलचस्प अनुभव था।
श्रुति, कमल हासन और सारिका ठाकुर की बड़ी बेटी हैं।
सवाल: आपके पिता कमल हासन ने आपके इस रोल के बारे में क्या कहा?
जवाब: पापा ने इस रोल को लेकर बहुत डिटेल में कुछ नहीं पूछा। बस वैसे ही पूछा जैसे पापा आमतौर पर पूछते हैं – “काम कैसा था? शूटिंग कैसी रही?” हां, सेट पर रजनीकांत सर ने पापा के साथ अपनी पुरानी यादें शेयर कीं। उन्होंने पापा और अपनी कई कहानियां सुनाईं। वो पल मेरे लिए बहुत खास था।
सवाल: आपकी बॉलीवुड फिल्में क्यों नहीं आ रही हैं?
जवाब: हां, एक वक्त के बाद जब मुझे अच्छे रोल मिले तो मेरा फोकस साउथ इंडियन फिल्मों पर ज्यादा था, लेकिन अब मैं जरूर हिंदी में भी कुछ करूगीं।