22 मिनट पहले
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फिल्ममेकर अनुराग कश्यप अक्सर फिल्म इंडस्ट्री को लेकर अपनी स्पष्ट और बेबाक राय शेयर करते हैं। अब अपने एक हालिया इंटरव्यू में अनुराग ने म्यूजिक लेबल कंपनी टी-सीरीज की आलोचना की है। उन्होंने टी-सीरीज पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लेबल म्यूजिक की क्वालिटी की परवाह नहीं करता और केवल इस बात पर ध्यान देता है कि कौन सा स्टार उससे जुड़ा है।
द जगरनॉट के साथ बातचीत के दौरान अनुराग से ‘देव डी’ और ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ जैसी उनकी फिल्मों में संगीत के प्रभाव के बारे में पूछा गया। जवाब में अनुराग कहते हैं- ‘हमारा मकसद मार्केट की जरूरतों को पूरा करना नहीं था। अगर टी-सीरीज, भूषण कुमार इसे नहीं खरीद रहे हैं, तो यह अच्छा म्यूजिक है। टी-सीरीज अच्छी कीमत पर अच्छा म्यूजिक नहीं खरीदती। उन्होंने ‘देव डी’, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ या ‘गुलाल’ के लिए बहुत कम पैसे दिए। वे सिर्फ इस बात के लिए पैसे देते हैं कि उसमें कौन स्टार है। वे अच्छी क्वालिटी के म्यूजिक के लिए भुगतान नहीं करते हैं। उन्होंने देव डी के म्यूजिक के लिए कुछ भी भुगतान नहीं किया। प्रोड्यूसर, यूटीवी स्टूडियो से पूछिए… उन्हें समझ नहीं आता कि अच्छा म्यूजिक क्या होता है। वे सिर्फ एक खास तरह के म्यूजिक के लिए ही भुगतान करते हैं और सिर्फ उसी पर जोर देते हैं।’
इसी बातचीत में अनुराग बताते हैं कि उनकी फ्लॉप फिल्म के लिए उन्होंने सबसे ज्यादा पैसे दिए गए। वो कहते हैं- मेरी किसी भी फिल्म के लिए सबसे अधिक पैसा ‘बॉम्बे वेलवेट’ के लिए दिया गया है। म्यूजिक के लिहाज से यह बहुत अच्छा था, लेकिन उनके लिए यह सबसे कम कारगर रहा। क्योंकि कोई भी जैज सुनना नहीं चाहता था। उन्होंने इसके लिए सबसे ज्यादा कीमत चुकाई, न कि देव डी या गैंग्स ऑफ वासेपुर के लिए।
बता दें कि अनुराग की फिल्म ‘देव डी’और ‘गुलाल’ साल 2009 में रिलीज हुई थीं। वहीं, ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ साल 2012 में। इन तीनों फिल्मों की गिनती कल्ट फिल्मों में होती है। लगभग दो दशक के बाद भी इनका म्यूजिक आज भी युवाओं के बीच पॉपुलर है। वहीं, रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा स्टारर फिल्म ‘बॉम्बे वेलवेट’ साल 2015 में आई थी। बड़े चेहरों के बाद भी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी।