Advertise here

Film Saiyaara destroyed all myths being peddled by Bollywood | थिएटर में छाई फिल्म सैयारा: बिना बड़े स्टार और प्रमोशन के बनी हिट, ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन बोले- युवाओं से जुड़ना जरूरी हो गया है

Film Saiyaara destroyed all myths being peddled by Bollywood | थिएटर में छाई फिल्म सैयारा: बिना बड़े स्टार और प्रमोशन के बनी हिट, ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन बोले- युवाओं से जुड़ना जरूरी हो गया है


1 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

मोहित सूरी की फिल्म सैयारा को लेकर दर्शकों में जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। फिल्म को रिलीज हुए छह दिन हो चुके हैं। हर रोज इसकी कमाई में लगातार इजाफा हो रहा है। साथ ही दर्शक फिल्म देखने थिएटर में पहुंच रहे हैं। ट्रेड एनालिस्ट अतुल मोहन का कहना है कि आज के समय में बहुत जरूरी है कि युवा वर्ग से जुड़ा जाए।

फिल्मों के लिए प्रमोशन कितना जरूरी?

इन दिनों फिल्मों की सफलता काफी हद तक प्रमोशन पर ही निर्भर करती है। ऐसा माना जाता है कि जितना ज्यादा प्रमोशन होगा, उतनी ही फिल्म की जानकारी दर्शकों तक पहुंचेगी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर इन्फ्लुएंसर्स के साथ मिलकर फिल्मों के गानों के रील्स बनवाना भी प्रमोशन का एक अहम हिस्सा बन गया है। लेकिन सैयारा फिल्म के साथ ये सब नहीं हुआ। न तो इसका कोई बड़ा प्रमोशन किया गया, न ही कोई इंटरव्यू हुआ।

अतुल मोहन ने कहा कि सिनेमा का असली दर्शक आज का युवा वर्ग ही है। हाल के समय में ऐसा कंटेंट बनाया जा रहा था जो युवाओं से जुड़ नहीं पा रहा था। लेकिन इस फिल्म के जरिए आज की पीढ़ी न सिर्फ फिल्म से बल्कि इसके गानों से भी जुड़ाव महसूस कर रही है। जहां तक प्रमोशन की बात है, एक शहर से दूसरे शहर जाकर प्रचार करना अब पुराना ट्रेंड बन चुका है। आज के युवाओं को वही चीजें आकर्षित करती हैं, जिनसे वे खुद को जोड़ पाते हैं।

थिएटर में सिर्फ चलती है एक्शन फिल्म्स

लोग अक्सर सोचते हैं कि थिएटर में सिर्फ एक्शन वाली फिल्में ही चलती हैं। लेकिन सैयारा ने इस सोच को पूरी तरह बदल दिया है। इस फिल्म ने दिखाया है कि अच्छी कहानी और भावनाओं से भरी अच्छी एक्टिंग भी दर्शकों को थिएटर तक ले आती है।

अतुल मोहन ने कहा, आप खुद सोचिए न, हम सिनेमा में आखिर दिखा क्या रहे हैं? ज्यादातर कंटेंट वही पुराना है। रीमेक पर रीमेक बनाए जा रहे हैं। अगर सैयारा की बात करें, तो यह फिल्म हमारे और आपके लिए कोई नई चीज नहीं है। लेकिन 10 से 15 साल के जो बच्चे हैं, जिन्होंने ‘आशिकी 2’ नहीं देखी, उनके लिए यह सब कुछ नया है। उनके लिए यह एक फ्रेश लव स्टोरी होगी। वैसे भी, बॉलीवुड की हमेशा से पहचान रोमांटिक फिल्मों से रही है, लेकिन पिछले कुछ सालों से इस जॉनर को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।

बिना किसी बड़ी स्टार पावर के बनी हिट

फिल्म सैयारा से चंकी पांडे के भतीजे और अनन्या पांडे के कजिन अहान पांडे ने बॉलीवुड में डेब्यू किया है। फिल्म में उनके अपोजिट अनीत पड्डा नजर आई हैं। खास बात यह है कि सैयारा में कोई भी बड़ा सितारा नहीं है, फिर भी फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है।

फिल्म की कमाई हर दिन बढ़ रही है, जिससे साबित होता है कि दर्शक सिर्फ बड़े नामों से नहीं, बल्कि अच्छी कहानी और प्यारे सॉन्ग से भी खुश होते हैं। अब तक सैयारा ने 138 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर लिया है।

थिएटर में पिट जाती हैं डेब्यू फिल्म्स

फिल्म इंडस्ट्री में नए कलाकारों के लिए थिएटर में अपनी पहली फिल्म दिखाना अक्सर बड़ी चुनौती साबित होता है। ज्यादातर दर्शक बड़े स्टार्स की ही फिल्मों को देखने थिएटर आते हैं, जिसकी वजह से डेब्यू फिल्में कम कमाई कर पाती हैं और कई अच्छी फिल्मों को थिएटर में पर्याप्त दर्शक नहीं मिल पाते।

लेकिन इस फिल्म ने इस मिथ्स को तोड़ दिया है। रोजाना सैयारा के शो हाउसफुल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग स्क्रीन के सामने डांस करते दिख रहे हैं तो कुछ के आंसू बहाते हुए भी वीडियो शेयर किए जा रहे हैं।

मोहित सूरी की ‘सैयारा’ पर नकल का आरोप

मोहित सूरी की फिल्म सैयारा विवादों में भी रही। इंटरनेट यूजर्स फिल्ममेकर पर नकल का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि ये फिल्म साल 2004 में आई कोरियन फिल्म ‘ए मोमेंट टू रिमेंबर’ की कॉपी है। रेडिट और एक्स यूजर का दावा है कि ‘सैयारा’ और 2004 की कोरियन फिल्म ‘ए मोमेंट टू रिमेंबर’ के बीच काफी समानताएं हैं। दोनों फिल्मों की कहानी काफी मिलती-जुलती है। मोहित सूरी पर इससे पहले भी कोरियन फिल्मों को कॉपी करना का आरोप लगा चुका है। उनकी फिल्म ‘एक विलेन’ और ‘मर्डर 2’ भी कोरियन फिल्म की नकल है।

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *