5 मिनट पहले
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दिलजीत दोसांझ फिल्म ‘सरदार जी 3’ में पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की कास्टिंग को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। हाल ही में उन्हें नसीरुद्दीन शाह का समर्थन मिला, जिससे अब फिल्ममेकर और FWICE के चीफ एडवाइजर अशोक पंडित भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में नसीरुद्दीन का रिएक्शन देखकर वह हैरान नहीं, बल्कि शॉक्ड हैं।
अशोक पंडित कहते हैं, इस मामले में नसीरुद्दीन शाह ने दिलजीत दोसांझ को सपोर्ट किया है। उनका ऐसा रिएक्शन देखकर हम हैरान नहीं, बल्कि शॉक्ड हैं। लेकिन मैं उन्हें यह बताना चाहूंगा कि जिस तरह से फेडरेशन ने इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया दी है, उसके पीछे कुछ ठोस कारण हैं। और यह आपके लिए जानना बेहद जरूरी है।
आप कहते हैं कि वह (दिलजीत) एक सच्चे भारतीय हैं, एक सच्चे राष्ट्रभक्त हैं। लेकिन जो व्यक्ति अमेरिकी पासपोर्ट रखता है, अमेरिकी नागरिकता रखता है और भारतीय नागरिक नहीं है, उसे भारतीय कहना ठीक नहीं है। मुझे लगता है कि यह बात समझना बिल्कुल सरल है।
फिल्ममेकर और FWICE के चीफ एडवाइजर अशोक पंडित।
जो व्यक्ति अपने देश पर हुए आतंकी हमलों पर चुप रहता है, वह सच्चा भारतीय नहीं हो सकता। जो निर्दोष भारतीयों लोगों की हत्या और आतंकवाद की निंदा नहीं करता और आतंकवाद को समर्थन देने वाले लोगों को अपनी फिल्म में हीरोइन बनाता है, वह भारतीय नहीं कहलाता।
मैं नसीरुद्दीन शाह से कहना चाहूंगा कि हम फेडरेशन अपने देश के प्रति बहुत भावुक हैं और हमें लगता है कि देश सबसे पहले आता है। और मुझे यकीन है कि आप भी ऐसा ही महसूस करते होंगे। हम यह नहीं कह रहे कि आप देशद्रोही हैं। आपने कहा है कि आप पाकिस्तान जाना पसंद करेंगे, जबकि आपको कैलासा जाना चाहिए। कैलासा जाना बहुत बड़ा सौभाग्य होता है और पाकिस्तान जाना दुर्भाग्य की बात।
तो अब फैसला आपका है नसीरुद्दीन शाह कि आप क्या चाहते हैं। सिर्फ पाकिस्तान का समर्थन करने के लिए आप ऐसा नहीं कर सकते। मैं यह भी नहीं जानता कि आपने कभी इन हमलों की खुलकर निंदा की है या नही। लेकिन यह बताना चाहूंगा कि पाकिस्तान हमारे देश के लिए एक लगातार समस्या रहा है। यह एक आतंकवादी राष्ट्र है। यह अलग बात है कि आप उस देश से प्यार करते हैं और वहां जाना चाहते हैं, लेकिन हकीकत यही है कि वह एक आतंकवादी राष्ट्र है।
फिल्म सरदार जी-3 को अमर हुंदल ने डायरेक्ट किया है।
यह एक ऐसा देश है जो आतंकवादियों को जन्म देता है। और यही देश हमारे देश में धमाके, हत्याएं, कत्लेआम के लिए जिम्मेदार है। और आप उस देश में जाना चाहते हैं। यह आपका फैसला है। लेकिन हम, वेस्टर्न इंडियन आसियान कर्मचारी फेडरेशन के रूप में यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हम उसे (दिलजीत) यहां काम करने की अनुमति नहीं देंगे क्योंकि हमने उसके खिलाफ बहिष्कार की घोषणा की है। और हम इसमें बिल्कुल स्पष्ट हैं। जय हिन्द।
नसीरुद्दीन ने दिलजीत के समर्थन में लिखा था नोट
बता दें, नसीरुद्दीन शाह ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा, मैं दिलजीत के साथ मजबूती से खड़ा हूं। जुमला पार्टी की गंदी चालें चलाने वाला विभाग लंबे समय से उन्हें निशाना बनाने का मौका तलाश रहा था और उन्हें अब लगा कि ये मौका मिल गया है। फिल्म की कास्टिंग का फैसला दिलजीत का नहीं था। वह डायरेक्टर का था। लेकिन डायरेक्टर को कोई नहीं जानता, जबकि दिलजीत पूरी दुनिया में जाना जाता है और उसने कास्टिंग इसलिए स्वीकार की क्योंकि उसका मन जहर नहीं था। पूरी खबर पढ़ें..