55 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

21 भाषाओं में 2000 से ज्यादा गाने गाकर और दुनिया भर में अपने काॅन्सर्ट्स से तहलका मचाने वाले सिंगर पद्मश्री कैलाश खेर का जीवन बहुत ही संघर्ष भरा रहा। गायकी में करियर बनाने से पहले कैलाश ने कई क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ असफलता ही मिली। जिंदगी से निराश होकर दो बार सुसाइड तक करने की सोची।
आज कैलाश अपनी संगीत साधना और आत्मविश्वास के बल पर लाखों लोगों के प्रेरणा स्त्रोत बन चुके है, लेकिन उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया जब कामयाबी के साथ-साथ उनके चरित्र पर लांछन लगना शुरू हो गया। सिंगर सोना मोहपात्रा और एक महिला फोटो जर्नलिस्ट के अलावा कुछ और लोग उन पर सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा चुके हैं।
हालांकि इसके बारे में कैलाश खेर का कहना है कि उनकी जानकारी में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। अपनी सफाई में उन्होंने कहा कि अगर फिर भी किसी को कोई गलतफहमी हुई है तो मैं माफी चाहता हूं।
आज कैलाश खेर अपना 52 वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ और खास बातें…
12 साल में घर छोड़ा, पता नहीं था क्या चुनौतियां आएंगी
कैलाश खेर ने 12 साल की उम्र में घर छोड़ दिया और 8-10 साल दिल्ली में ही भटकते रहे। इस दौरान कई नौकरियां की, लेकिन रहने और खाने का ठिकाना नहीं था। कभी दर्जी तो कभी ट्रक ड्राइवर बने। 150 रुपए महीने पर बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया। साल भर प्रिंटिंग प्रेस में काम करने के बाद पैसे नहीं मिले।
20 साल की उम्र में दोस्त के साथ हैंडी क्राफ्ट का बिजनेस शुरू किया, लेकिन वह बिजनेस भी बंद हो गया। फिर कैलाश को अपने पिता की बात याद आई। उनके पिता अपनी तरह कैलाश को कर्मकांड पंडित बनाना चाहते थे।
कर्मकांड पंडित बनने ऋषिकेश आए
21 साल की उम्र में कैलाश खेर कर्मकांड पंडित बनने ऋषिकेश आ गए। आप की अदालत में कैलाश ने बताया- मैं सोच रहा था कि कर्मकांड सीखकर सिंगापुर या मॉरीशस सेटल हो जाऊंगा। विदेश में जाकर पंडित बनता तो पिताजी जैसे 100-150 नहीं कमाता। वहां इनकम अच्छी होती, लेकिन मुझे अचानक लगा हर चीज में तो विफल हुआ हूं।
क्लासमेट्स को देखकर मन में कॉम्प्लेक्स आ गया
कैलाश खेर ने आगे बताया- हमारे क्लासमेट्स 7 से 9 साल के थे। हम इधर-उधर से धक्के खाते जब पहुंचे तब तक मेरी उम्र 21 साल की हो गई थी। वहां मन में थोड़ा कॉम्प्लेक्स आ गया। मैं यही सोचने लगा कि ये कर रहा हूं। भगवान मैं क्या हर जगह में विफल होता हूं। बहुत सारी चुनौतियां आने लगीं। लगने लगा कि अब जीवन लीला समाप्त कर लेनी चाहिए।
गंगा नदी में कूद कर आत्महत्या की कोशिश की
एक दिन गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन गंगा घाट पर मौजूद मेरे सीनियर ने बचा लिया। जब उसने पूछा कि तैरना नहीं आता है तो कूद क्यों गए? मैंने कहा कि आत्महत्या करना चाहता हूं, तो उसने सिर पर जोर से टपली मारी। उस टपली ने जिंदगी की कीमत सिखा दी और ठान लिया कि अब जीवन में कुछ करना है।
घाट पर गाने से 50 रुपए मिलते थे
मैंने ऋषिकेश में घाट पर गाना शुरू किया। उस दौरान मुझे एक गाने के 50 रुपए मिल जाते थे। जब ऋषिकेश में आरती के समय गाता था तब संत अपने दुशाले लहराकर नाचते थे। तभी मेरे हृदय में एक बात आई कि मैं तो कुछ जानता नहीं हूं, लेकिन जब मैं गाता हूं तो वो लोग झूमने लगते हैं जो मुझे सबसे प्यारे हैं।
उन्हीं में से एक स्वामी परिपूर्णानंद जी महाराज थे। उन्होंने एक बात कही कि बेटा हंसते क्यों नहीं हो? तुम गाते हो तो अलख जलती है। हंसा करो, परमात्मा ने तुम्हें बहुत अलग रोशनी दी है। उस रोशनी का भरपूर लाभ लो और अच्छे से जियो। तुम जो भी गाते हो उसका एक एल्बम बनाना चाहिए। मैं तुमको एक पता देता हूं।
ऋषिकेश से मुंबई आए तो पहला झटका मिला
कैलाश खेर ऋषिकेश से 2001 में मुंबई विले पार्ले स्थित एक संन्यास आश्रम का पता लेकर आए। उन्होंने मुंबई में पूरे आत्मविश्वास के साथ कदम रखा कि रहने की जगह मिल गई। कैलाश खेर बताते हैं- महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वर आनंद से मिला तो उन्होंने कहा कि यहां तो रुकने की व्यवस्था नहीं हो पाएगी।
जब जेब में ज्यादा पैसे न हों तो मुंबई में रहने की जगह तलाशना भी कम संघर्ष नहीं है। विले पार्ले में ही खादी ग्रामोद्योग के एक लॉज में 50 रुपए प्रतिदिन पर रहना शुरू किया। आप समझ सकते हैं कि संघर्ष के दिनों में 50 रुपए क्या मायने रखते थे?
समुद्र में कूदकर जान देना चाहते थे
काम के सिलसिले में जब लोगों से मिलना शुरू हुआ तो लोग हमारी शैली पर हंसते थे। लोगों को लगता था कि फिल्मों में पुजारी कहां से आ गया। लोग मुंबई फिल्मी गायक बनने जाते है, लेकिन मैं मुंबई एक एल्बम ‘कैलासा’ बनाने आया था।
लोगों के समझ में नहीं आ रहा था कि यह कैसा एल्बम है? यह शिव का आसन होता है। इसमें अपना जुनून और पागलपन था। जुहू बीच पर समुद्र के किनारे जाकर बैठता था। समुद्र देवता से यही कहता था कि गंगा मां ने तो अपनी गोद में नहीं सुलाया अब आप सुला लो। मैं अपनी प्राण लीला यहीं पर समाप्त करूंगा।
पहली बार मुंबई में 5000 रुपए कमाए
मेरे अंदर कुछ करने का जुनून और जिद थी। मैंने भी यहां दिन-रात खूब मेहनत की। स्टूडियोज के खूब चक्कर काटे। उस समय कोई भी संगीतकार मुझसे मिलने तक को तैयार नहीं होता था। प्रभु की कृपा से मेरी मुलाकात संगीतकार राम संपत से हो गई।
उन्होंने मुझे यहां पहला ब्रेक एक विज्ञापन गीत गाने के लिए दिया। पहली बार नक्षत्र डायमंड्स का जिंगल गाया। इसके लिए मुझे 5000 रुपए मिले थे। मेरे लिए तो यही बहुत बड़ी रकम थी। चेहरे पर पहली बार चिंता की रेखाएं कुछ कम हुईं। माता-पिता का आशीर्वाद अब जाकर फलीभूत होना शुरू हुआ। इसके बाद विज्ञापन गीतों (ऐड जिंगल्स) की लाइन ही लग गई।
‘अल्लाह के बंदे’ से मिली पहचान
जिंगल्स की वजह से मुंबई में धीरे-धीरे मेरी आवाज को लोग पहचानने लगे थे। 2003 में संगीतकार विशाल शेखर फिल्म ‘वैसा भी होता है’ के लिए संगीत दे रहे थे। विशाल का फोन आया तो मैंने पहले यही समझा कि विशाल भारद्वाज ने फोन किया है। खैर हम मिले। विशाल शेखर ने मुझसे ‘अल्लाह के बंदे’ गीत गवाया।
फिल्म तो नहीं चली, लेकिन अकेले इस गाने ने घर-घर पहचान बना दी। इसके बाद ‘स्वदेस’ का गाना ‘यूं ही चला चल हो’ या ‘मंगल पांडे’ का गाना ‘मंगल मंगल हो’ सबने मेरी मदद की और सिलसिला चल निकला।
कामयाबी के साथ चरित्र पर लांछन लगा
‘अल्लाह के बंदे’ के बाद कैलाश खेर ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। संगीत साधना और आत्मविश्वास के बल पर कैलाश खेर आज लाखों लोगों के प्रेरणा स्त्रोत बन चुके हैं। उनके जीवन में एक ऐसा भी दौर आया जब कामयाबी के साथ-साथ उनके चरित्र पर लांछन लगना शुरू हो गया।
सिंगर सोना मोहपात्रा ने लगाया सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप
सोना मोहपात्रा ने कैलाश खेर पर सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगते हुए ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था- एक कॉन्सर्ट में कैलाश खेर के साथ मेरा बैंड परफॉर्म करने वाला था, उसके लिए मैं कैलाश से पृथ्वी कैफे में मिली। कैलाश ने यह कहते हुए हाथ मेरी जांघ पर रख दिया कि तुम बहुत खूबसूरत हो, ये जानकर अच्छा लगता है कि तुम एक म्यूजिशियन (राम) को मिली, न कि किसी एक्टर को। इसके बाद मैं वहां से निकल गई।
इसके बाद सोना ने लिखा था- इसके बाद भी कैलाश की मनमानी जारी रही। जब हम ढाका पहुंचे तो मैं ऑर्गनाइजर्स के साथ वेन्यू पर जा रही थी। कैलाश लगातार मुझे कॉल कर रहे थे। मैंने फोन नहीं उठाया तो उन्होंने ऑर्गनाइजर्स को कहा कि मैं साउंड चेक के लिए न जाकर पहले कैलाश से उनके रूम में मिलने जाऊं।
महिला फोटो जर्नलिस्ट ने भी आरोप लगाए
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक फोटो जर्नलिस्ट नताशा हेमरजानी ने सिंगर कैलाश खेर पर सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया था। नताशा ने ट्विटर पर पोस्ट के जरिए अपनी आपबीती साझा की थी। नताशा ने बताया था- मैं अपनी एक महिला मित्र के साथ कैलाश खेर का इंटरव्यू करने गई थी। कैलाश हम दोनों के बीच बैठ गए और हमारी जांघों पर हाथ रखने लगे।
विदेशी महिला पत्रकार से की थी गंदी हरकत
एक विदेशी पत्रकार ने पत्रकार और लेखक संध्या मेनन को मैसेज कर लिखा था कि उनके पास अपना नाम सामने लाने की हिम्मत नहीं है। महिला ने बताया कि जब कैलाश खेर मस्कट में आए थे और वह उनके पास बैठी थी। जब भी कैलाश बात करते तो उनकी जांघों को छूने की कोशिश करते, जिससे वह कंफर्टेबल नहीं थी।
एक और महिला ने अपनी पहचान छुपाते हुए बताया था कि कैलाश खैर ने उसे 2014 में आपत्तिजनक संदेश भेजे थे। मैसेज में लिखा था कि मेरे साथ टूर पर चलो, तुम अपने बॉयफ्रेंड या पति के साथ उतना एंजॉय नहीं कर पाओगी जितना मेरे साथ करोगी।
इन आरोपों पर कैलाश की सफाई
कैलाश खेर ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान अपनी सफाई में कहा था कि उन पर लगे सभी आरोप गलत हैं।
कैलाश खेर की नेटवर्थ
Abp न्यूज में छपी खबर के मुताबिक कैलाश खेर एक गाने का 15 से 20 लाख रुपए चार्ज करते हैं। प्लेबैक सिंगिंग के अलावा कैलाश जिंगल्स, कॉन्सर्ट, रियलिटी शो में गेस्ट के तौर पर हर साल करोड़ों की कमाई करते हैं। उनकी नेटवर्थ 1,70 करोड़ रुपए के आसपास है।
____________________________________________
बॉलीवुड से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें..
रिया चक्रवर्ती @33, बेल मिलने पर नागिन डांस किया:सुशांत की मौत के बाद डायन-विषकन्या और कातिल कहा गया; अब बिना फिल्मों के लाखों की कमाई जारी
एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के लिए बीते 5 साल काफी मुश्किलों भरे रहे। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में लोगों ने उन्हें दोषी ठहराया। आरोपों के चलते वह 27 दिन जेल में भी रहीं। बाहर उन्हें और उनके परिवार को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा, जिसका असर एक्ट्रेस की प्रोफेशनल लाइफ पर पड़ा। पूरी खबर पढ़ें…