31 मिनट पहलेलेखक: हिमांशी पाण्डेय
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काजोल आज अपना 50वां जन्मदिन मना रही हैं।
बॉलीवुड की बिंदास एक्ट्रेस काजोल आज 50 साल की हो गई हैं। वे एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनकी मां तनुजा अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस रही हैं, जबकि उनके पिता शोमू मुखर्जी एक निर्माता-निर्देशक थे।
काजोल शुरुआत में फिल्मों में नहीं आना चाहती थीं, लेकिन उनकी मां चाहती थीं कि वे भी उन्हीं की तरह फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखें और अपना एक अलग मुकाम बनाएं। काजोल ने अपनी पहली फिल्म बेखुदी सिर्फ मस्ती-मस्ती में साइन कर ली थी। हालांकि फिल्म फ्लॉप हो गई, लेकिन काजोल की एक्टिंग को खूब सराहा गया।
काजोल अपनी एक्टिंग के साथ-साथ अपने बिंदास और मुंहफट अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं। अपने करियर के शुरुआती दौर में उनकी शाहरुख खान से कहासुनी भी हो चुकी है, हालांकि अब दोनों के बीच बेहतरीन बॉन्डिंग है।
आज काजोल के 50वें जन्मदिन के मौके पर जानिए उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ खास बातें…
काजोल के बारे में खास बातें…
बचपन से ही थीं काफी जिद्दी, एक बार स्कूल से भी भाग गई थीं
काजोल का जन्म एक बंगाली परिवार में हुआ था। उनकी मां तनुजा अपने समय की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक थीं, जबकि पिता शोमू मुखर्जी फिल्म निर्देशक थे। लिहाजा काजोल का बचपन फिल्मी माहौल में ही बीता। काजोल ने अपनी स्कूली शिक्षा पंचगनी के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट बोर्डिंग स्कूल से की थी। वह बचपन से ही काफी शरारती और जिद्दी स्वभाव की थीं। जब किसी बात के लिए ठान लेती थीं, तो उसे पूरा करके ही मानती थीं। एक बार तो वह अपने स्कूल से भाग गई थीं।
लल्लनटॉप के मुताबिक, जब काजोल 11 साल की थीं। तब उनकी परदादी काफी बीमार हो गई थीं। ऐसे में परिवार वालों ने जब घर आने की अनुमति नहीं दी तो वह बीमार परनानी से मिलने के लिए एक दोस्त के साथ स्कूल से भागी थीं, लेकिन बस स्टैंड पर ही पकड़ी गईं।
काजोल ने पत्रकार करण थापर के साथ इंटरव्यू में अपने बचपन और उनके माता-पिता के अलग होने को लेकर बात की थी। उन्होंने बताया था, ‘मुझे उन्होंने प्यार किया, लेकिन उस प्यार से बिगाड़ा नहीं। वो थोड़ी स्ट्रिक्ट थीं, इसलिए मुझे कभी बैडमिंटन रैकेट से मार पड़ती तो कभी वो बर्तन उठाकर मुझ पर फेंक देती थीं। कई बार उन्होंने मेरे ऊपर चीजें फेंककर मारा है।’
माता-पिता के तलाक के बाद नानी ने की परवरिश
जब काजोल केवल साढ़े चार साल की थीं, तब उनके माता-पिता तनुजा और शोमू मुखर्जी का तलाक हो गया था। इसके बाद दोनों अलग-अलग रहने लगे। काजोल की परवरिश उनकी नानी शोभना समर्थ ने की। वो अपनी मां तनुजा के साथ मुंबई के महालक्ष्मी इलाके में रहती थीं, जबकि उनके पिता सांताक्रूज में रहते थे। काजोल अक्सर लोकल ट्रेन से सांताक्रूज जाकर अपने पिता से मिला करती थीं।
अपने माता-पिता के तलाक पर काजोल ने नेटफ्लिक्स बहनस्प्लेनिंग के लेटेस्ट एपिसोड में कहा था- माता-पिता भले ही अलग हो गए थे, लेकिन उन्होंने कभी हमें इसका एहसास नहीं होने दिया। दोनों ने मिलकर मुझे और मेरी बहन तनीषा को प्यार और जिम्मेदारी से पाला। उन्होंने वही किया जो अपने बच्चों के लिए सबसे बेहतर था। काजोल और उनके पिता के बीच बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी। कई इवेंट्स में दोनों को एक साथ देखा गया था। साल 2008 में काजोल के पिता शोमू मुखर्जी का निधन हो गया।
मां तनुजा, छोटी बहन तनीषा (दाएं) और पिता शोमू मुखर्जी के साथ काजोल (बाएं)।
उड़ाया था करण जौहर का मजाक, पार्टी छोड़कर भाग गए थे करण
बोर्डिंग स्कूल से लौटकर काजोल अक्सर अपनी मां तनुजा के साथ फिल्म इंडस्ट्री की पार्टियों में जाया करती थीं। ऐसी ही एक पार्टी में प्रोड्यूसर यश जौहर अपने 16 साल के बेटे करण को लेकर आए थे। तनुजा ने करण से कहा कि वो उनकी बेटी काजोल के साथ जाकर डांस करें। करण काजोल को डांस फ्लोर पर ले गए और डांस करने लगे, लेकिन काजोल उन्हें देखकर जोर-जोर से हंसने लगीं।
करण को लगा कि वो उनका डांस देखकर हंस रही हैं, ऐसे में वो धीरे-धीरे डांस करने लगे, लेकिन काजोल ने हंसना बंद नहीं किया। करण रोने लगे और उन्होंने अपनी मां के पास जाकर कहा कि तनुजा आंटी की बेटी बहुत अजीब है। दरअसल, काजोल करण का 3 पीस सूट देखकर हंस रही थीं, जबकि वो खुद भी कैथलिक गाउन में पहुंची थीं।
हीरोइन नहीं बनना चाहती थीं, मां ने जबरदस्ती कराया फोटो शूट
फिल्मी बीट के मुताबिक, काजोल की मां तनुजा चाहती थीं कि उनकी बेटी भी बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस बने, लेकिन काजोल को फिल्मों में कोई रुचि नहीं थी। उनका मानना था कि फिल्ड इंडस्ट्री में बहुत काम होता है और वह कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जिसमें मेहनत कम हो, लेकिन काजोल के खिलाफ जाकर उनकी मां ने उन्हें लॉन्च करने के लिए एक फिल्म बनाना शुरू कर दिया। काजोल हीरोइन तो बनीं, लेकिन ये फिल्म रुक गई।
इसके बाद काजोल फिर एक दिन अपनी एक दोस्त के साथ फोटोशूट करवाने पहुंचीं। फोटोशूट तो उनकी दोस्त का था, लेकिन मेकअप आर्टिस्ट ने उनका भी मेकअप कर दिया। काजोल मना करने लगीं, तभी उनकी मां वहां पहुच गईं और जबरदस्ती करने पर काजोल को मेकअप के साथ ही फोटोशूट भी कराना पड़ा।
उनका फोटोशूट गौतम राजाध्यक्ष ने किया था, जो उस समय फिल्म बेखुदी के स्क्रीनप्ले पर काम कर रहे थे। उन्हें काजोल का चेहरा इतना पसंद आया कि वो उनकी तस्वीरें लेकर फिल्म बेखुदी के डायरेक्टर राहुल रवैल के पास गए। उन्हें भी काजोल पसंद आ गईं और वो सीधे उनके लिए तनुजा के घर पहुंच गए।
मस्ती में फिल्म के लिए हां बोला, फ्लॉप हो गई डेब्यू फिल्म
जैसे ही काजोल को फिल्म के ऑफर के बारे में पता चला, वो नाराज हो गईं और मना कर दिया, लेकिन स्कूल की छुट्टियों की बोरियत दूर करने के लिए बाद में मान गईं। काजोल ने द अनुपम खेर शो में बताया था कि फिल्म के सेट पर उनका पहला दिन आसान नहीं था। उस दिन मुहूर्त शॉट होना था, जिसमें 90 के दशक की कई बड़ी फिल्मी हस्तियां मौजूद थीं।
जैसे ही काजोल स्टेज पर चढ़ीं, उनके पेट में अजीब सा महसूस होने लगा। मुहूर्त शॉट के दौरान वो पहले ही टेक में गिर गईं। उन्हें शर्मिंदगी महसूस हुई, लेकिन डायरेक्टर ने हंसते हुए कहा पहले दिन गिरना शुभ होता है।
पहली फिल्म में हीरो को मारा थप्पड़, पिता बोले थे- चेहरे पर दाग लगा तो कभी नहीं धुलेगा
फिल्म बेखुदी में पहले न्यूकमर सैफ अली खान को कास्ट किया गया था, लेकिन शूटिंग के सेट पर उनके नखरे देखते हुए उन्हें फिल्म से निकालकर उनकी जगह कमल सदाना को कास्ट किया गया। एक सीन के लिए काजोल को कमल को थप्पड़ मारना था। सीन कुछ ऐसा था कि कमल ने काजोल के भाई का कत्ल किया है और ये पता लगते ही वो गुस्से में उन्हें थप्पड़ मारती हैं।
जैसे ही डायरेक्टर राहुल रवैल ने एक्शन बोला तो काजोल ने कमल को जोरदार असली थप्पड़ लगा दिया। थप्पड़ से सेट गूंज उठा, लेकिन डायरेक्टर इससे संतुष्ट नहीं हुए। काजोल से कहा गया कि वो धीरे से थप्पड़ मारें, क्योंकि जोर से हीरो को लग सकती है, लेकिन उन्होंने गुस्से पर काबू नहीं रखा और एक के बाद एक कुछ 10 थप्पड़ मार दिए।
इसके अलावा जैसे ही फिल्म की शूटिंग शुरू हुई तो काजोल के पिता शोमू मुखर्जी उनके पास आए और कहा- अगर एक बार ग्रीज (दाग) चेहरे पर लग गया तो कभी धुल नहीं सकता। काजोल अपने पिता की बात समझ नहीं सकीं और सोचने लगीं कि ये बात बकवास है, क्योंकि वो जब चाहें, तब अपना चेहरा धो सकती हैं।
बाजीगर से मिली पहचान, शाहरुख ने एक्टिंग सीखने की नसीहत दी
काजोल की डेब्यू फिल्म बेखुदी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई, लेकिन उनकी एक्टिंग लोगों को पसंद आई। इसी के चलते उन्हें फिल्म बाजीगर मिली। इस फिल्म में उनके साथ पहली बार शाहरुख खान नजर आए थे। यह फिल्म हिट साबित हुई थी, जिससे उन्हें इंडस्ट्री में पहचान भी मिल गई। फिल्म बाजीगर जबरदस्त हिट रही, लेकिन काजोल की अगली कुछ फिल्में जैसे उधार की जिंदगी, गुंडाराज फ्लॉप हो गई। 1994 की फिल्म ये दिल्लगी उनके करियर के लिए ब्रेकथ्रू साबित हुई।
फिर अगले साल काजोल ने दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और करण अर्जुन में काम किया। दोनों ही फिल्में सुपरहिट रहीं और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। काजोल की फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, रिलीज के 29 साल बाद भी मुंबई के मराठा मंदिर थिएटर में लगी हुई है।
हालांकि फिल्म बाजीगर की शुरुआत में शाहरुख को काजोल की एक्टिंग कुछ ज्यादा पसंद नहीं आई, तो उन्होंने काजोल को यहां तक कह दिया कि तुम्हें एक्टिंग सीखकर आना चाहिए। काजोल को ये सुनकर बहुत गुस्सा आया था, क्योंकि उन्हें लगता था कि वो बेहतरीन एक्टर हैं।
काजोल को पसंद नहीं आए थे अजय देवगन, कहा था- ये कैसा हीरो है?
काजोल और अजय देवगन की पहली मुलाकात फिल्म ‘हलचल’ की शूटिंग के दौरान हुई थी। जब काजोल ने पहली बार अजय को देखा, तो उन्होंने नोटिस किया कि अजय अक्सर चुपचाप एक कोने में बैठे रहते हैं और ज्यादा बात नहीं करते। दरअसल, काजोल ने सेट पर पूछा था, मेरा हीरो कौन है? किसी ने जवाब दिया, वो कोने में बैठा है। जब उन्हें पता चला कि वही उनके हीरो हैं, तो काजोल ने अपने पास खड़े व्यक्ति से मजाक में कहा कि कोई हीरो नहीं मिला क्या?
काजोल ने बाद में अपने दोस्तों से अजय के बारे में काफी शिकायतें भी की थीं। उस वक्त काजोल पहले से ही एक रिलेशनशिप में थीं और अजय का नाम करिश्मा कपूर से जोड़ा जाता था। धीरे-धीरे काजोल और अजय के बीच दोस्ती हो गई। शूटिंग के दौरान मिलने वाले ब्रेक्स में दोनों अक्सर एक-दूसरे को रिलेशनशिप से जुड़ी सलाह दिया करते थे। इस फिल्म के बाद दोनों ने एक साथ कई फिल्में कीं जो हिट रहीं जैसे ‘इश्क’, ‘प्यार तो होना ही था’, ‘दिल क्या करे’, ‘राजू चाचा’ और ‘यू मी और हम’।
अजय देवगन से शादी के खिलाफ थे काजोल के पिता
DNA की रिपोर्ट के मुताबिक, जब काजोल के पिता को शादी के बारे में पता चला तो वह इस रिश्ते के खिलाफ थे। वो नहीं चाहते थे कि महज 25 साल की उम्र में अपने उभरते करियर को छोड़कर काजोल शादी करें क्योंकि शादी के बाद लगभग सभी एक्ट्रेसेस का करियर बर्बाद हो रहा था। जब पिता नहीं माने तो काजोल ने गुस्सा होकर 4 दिनों तक उनसे बात नहीं की थी। आखिरकार पिता को काजोल की जिद के आगे झुकना ही पड़ा।
काजोल और अजय दोनों ही लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करते हैं। ऐसे में दोनों ने मीडिया को दूर रखने के लिए शादी का गलत पता बताया। मीडिया दोनों का कहीं और इंतजार कर रही थी, लेकिन दोनों ने अजय देवगन के घर पर ही शादी कर ली।
24 फरवरी 1999 को काजोल और अजय ने शादी की थी।
शूटिंग के दौरान हुआ था पहला मिसकैरेज, सदमे में रहीं
कभी खुशी कभी गम की शूटिंग के दौरान काजोल प्रेग्नेंट थीं। फिल्म रिलीज के बाद काजोल का मिसकैरेज हो गया। वो कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती थीं। इस फिल्म के बाद काजोल ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया। पहले मिसकैरेज से उबरने के बाद काजोल ने हौसला बांधा और दोबारा फैमिली प्लानिंग शुरू की, लेकिन दूसरी बार भी उनका गर्भपात हो गया। काजोल कई दिनों तक दो मिसकैरेज के सदमे में रही थीं।
कुछ समय बाद 20 अप्रैल 2003 को काजोल ने बेटी निसा को जन्म दिया। 2009 में उनके घर बेटे युग का जन्म हुआ था।
कुछ कुछ होता है के सेट पर हुआ था हादसा, चली गई थी याद्दाश्त
बेस्ट फ्रेंड करण जौहर की डायरेक्टोरियल डेब्यू में काजोल ने टॉम बॉय अंजली का रोल प्ले किया था। फिल्म के गाने ‘हाय हाय रे हाय ये लड़का’ की शूटिंग के दौरान काजोल के साथ बड़ा हादसा हुआ था। दरअसल, एक सीन के लिए उन्हें शाहरुख के साथ साइकिल चलाते हुए उन्हें छेड़ना था। काजोल शॉट दे ही रही थीं कि वो चलती साइकिल से मुंह के बल नीचे गिरीं और बेहोश हो गईं। जब काजोल उठीं तो उनकी याद्दाश्त जा चुकी थी।
न वो खुद को पहचान रही थीं न शाहरुख, करण और दूसरे लोगों को। करण जौहर ने तुरंत अजय देवगन को इस बात की जानकारी दी और उनकी काजोल से बात करवाई। जब काजोल ने अजय की आवाज सुनी तो उनकी याद्दाश्त धीरे-धीरे वापस आने लगी।
कुछ कुछ होता है के सेट पर हुए हादसे की झलक।
मां बनने के बाद किया था कमबैक
मां बनने के 3 साल बाद काजोल ने आमिर खान के साथ फिल्म फना से कमबैक किया। फना से पहले काजोल को करण जौहर की फिल्म कभी अलविदा न कहना का ऑफर मिला था, लेकिन उन्हें फना की स्क्रिप्ट ज्यादा पसंद आई थी। कमबैक के बाद काजोल की फिल्में यू मी और हम, वी आर फैमिली फ्लॉप रहीं, जबकि 2010 में आई फिल्म माय नेम इज खान हिट साबित हुई।
2011 में मिला था पद्म श्री
काजोल को साल 2011 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें 14 बार अलग-अलग अवॉर्ड शो में बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब मिला है। फिल्म गुप्त में नेगेटिव रोल करने पर भी उन्हें बेस्ट विलेन का अवॉर्ड मिल चुका है।
3 साल बाद काजोल ने फिल्म मां से वापसी की है।
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