टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआत में रानी को एक WhatsApp ग्रुप में जोड़ा गया, जहां उन्हें बड़े मुनाफे की कहानियां सुनाई गईं। इसी दौरान आरती सिंह नाम की महिला ने बताया कि ग्रुप के मेंटर हरी सिंह ने किसी जरूरतमंद की मदद के लिए अमेजन गिफ्ट वाउचर खरीदे हैं। जब रानी ने इनमें से एक 1,000 रुपये का वाउचर रिडीम किया, तो उनके अकाउंट में असल में पैसे आ गए।
इस इनाम के चलते कथित तौर पर रानी का भरोसा मजबूत हो गया, जिसके बाद स्कैमर्स ने कहा कि अगर वह स्टॉक ट्रेडिंग में पैसा लगाएंगी, तो एक महीने में तीन से पांच गुना रिटर्न मिलेगा। पहले 50,000 रुपये निवेश करने को कहा गया, जिसके बाद एक ऐप पर उन्हें उनके निवेश का आंकड़ा बढ़ता दिखाया गया।
रानी ने पुलिस को आगे बताया कि जब शुरुआती निवेश पर मुनाफा दिखा, तो रानी ने पति, सास और रिश्तेदारों से उधार लेकर लाखों रुपये इस स्कीम में झोंक दिए। लेकिन जब उन्होंने एक परिचित से और पैसा उधार लेने की कोशिश की, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ। जैसे ही उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे, गैंग ने उनसे संपर्क बंद कर दिया।
रिपोर्ट बताती है कि साइबर क्राइम पुलिस की डिप्टी कमिश्नर प्रीति यादव के मुताबिक, अब तक 4.80 लाख रुपये फ्रीज किए जा चुके हैं और बाकी रकम की रिकवरी के लिए जांच जारी है।