29 मिनट पहलेलेखक: आशीष तिवारी
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निर्देशक अश्विन कुमार की हालिया रिलीज हुई एनिमेशन फिल्म महावतार नरसिम्हा थिएटर्स में दर्शकों का दिल जीत रही है और बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है। क्लीम प्रोडक्शंस और होम्बले फिल्म्स द्वारा निर्मित, यह भगवान विष्णु के दस अवतारों पर आधारित सात-भागों वाले महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स की पहली किस्त है।
हाल ही दैनिक भास्कर से बातचीत के दौरान डायरेक्टर ने सैयारा से अपनी फिल्म की तुलना किए जाने पर कहा कि दोनों फिल्मों में दर्शकों ने प्रेम भाव को सराहा है। सिनेमैटिक यूनिवर्स की दूसरी किस्त में भगवान परशुराम का अवतार देखने को मिलेगा। पढ़िए बातचीत के कुछ और प्रमुख अंश..
सवाल- महावतार में भगवान विष्णु के 10 अवतार को दिखाने की आपकी योजना है, नरसिम्हा के बाद किसका अवतार देखने को मिलेगा?
जवाब- भगवान विष्णु के 10 अवतार को हम सात फिल्मों में दिखा रहे हैं। महावतार नरसिम्हा के बाद भगवान परशुराम का अवतार देखने को मिलेगा। यह प्रभु का बहुत ही जबरदस्त अवतार है। उन्होंने सिस्टम में वो सारी चीजें ठीक कीं जो ठीक नहीं थी। आज के समय में उनकी कहानी लाना बहुत आवश्यक है।
सवाल- इससे पहले भगवान पर अलग-अलग एनिमेटेड सीरीज बने जिसमें किसी ना किसी स्टार की आवाज को यूज किया गया, जबकि आपकी फिल्म में ऐसा नहीं?
जवाब- हम छवि एक दूसरे के ऊपर समर्पित कर कर देते हैं। भगवान को इंसान और इंसान को भगवान की छवि में। मैं चाहता था कि लोग भगवान और भक्त प्रह्लाद के दर्शन करें। इससे जो सीख मिलती है वह सीखे। हम नहीं चाहते थे कि हमारे कंटेंट के ऊपर फिल्मी सितारों की आवाज हावी हो।
सवाल- इस फिल्म के बाद इंडिया में एनिमेशन इंडस्ट्री में किस तरह का बदलाव आया है? VFX को लेकर अब बड़ा काम हो रहा है?
जवाब- VFX और एनिमेशन ऐसी चीज है जिसे हम बाहर के देशों के लिए कर ही रहे थे। अब समय आ गया है कि अपने देश, कहानियों और अपने लोगों के लिए यह काम करें। इसमें होम्बले फिल्म्स बहुत आगे है। उन्होंने हमारा हाथ थामा है। अब हम कुछ ऐसा करना चाहते हैं ताकि हॉलीवुड की फिल्मों को मिस ना करें।
सवाल- सैयारा के बीच महावतार नरसिम्हा की दहाड़ सुनने को मिल रही है, क्या यह सनातन की जीत है?
जवाब- मैं किसी को हराने के नजरिए से नहीं देखता हूं। मैं समझता हूं कि यह दर्शकों की जीत है। सैयारा में प्रेमी युगल के प्रेम भाव को और हमारी फिल्म में दर्शकों ने प्रभु के प्रति प्रेम भाव को सराहा है। मैंने नहीं सोचा था कि दर्शक इस तरह से हमारी फिल्म को पसंद करेंगे। इससे यह समझ में आता है कि आज की तारीख में भी दर्शकों के दिल में भक्ति और प्रेम रस बहुत है।