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Rana Daggubati reached ED office to record his statement | बयान दर्ज करवाने ED के दफ्तर पहुंचे राणा दग्गूबाती: अवैध बैटिंग एप और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन किया गया था, विजय देवरकोंडा भी पेश हो चुके हैं

Rana Daggubati reached ED office to record his statement | बयान दर्ज करवाने ED के दफ्तर पहुंचे राणा दग्गूबाती: अवैध बैटिंग एप और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन किया गया था, विजय देवरकोंडा भी पेश हो चुके हैं


2 घंटे पहले

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बैटिंग एप और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बाहूबली एक्टर राणा दग्गूबाती सोमवार को ED (एन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट के सामने पेश हुए हैं। सुबह साढ़े 10 बजे राणा दग्गूबाती हैदराबाद के बशीरबाग स्थित दफ्तर पहुंचें, जहां उन्हें मीडिया ने घेर लिया।

राणा दग्गूबाती से बैटिंग एप से हुए लेन-देन पर सवाल किए गए हैं। एक्टर को जुलाई के शुरुआती हफ्ते में 23 जुलाई को पेश होने के लिए समन किया गया था, हालांकि फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त होने के चलते वो दी गई तारीख में नहीं पहुंच सके थे।

राणा दग्गूबाती से पहले साउथ एक्टर विजय देवरकोंडा का नाम भी इस शिकायत में शामिल है। उन्होंने 6 अगस्त को अपना बयान दर्ज करवाया है।

विजय देवरकोंडा ने 6 अगस्त को बयान दर्ज करवाया है।

विजय देवरकोंडा ने 6 अगस्त को बयान दर्ज करवाया है।

क्या है पूरा मामला?

राणा दग्गूबाती, विजय देवरकोंडा और प्रकाश राज समेत कई सेलेब्स ऑनलाइन बैटिंग एप का प्रचार करते हैं। 19 मार्च को हैदराबाद के मियापुर पुलिस स्टेशन में 32 साल के बिजनेसमैन फनीन्द्र शर्मा ने इन सभी के अलावा करीब 25 सेलेब्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। आरोप थे कि उन्होंने गैरकानूनी ढंग से बैटिंग एप्स प्रमोट की हैं, जिससे

शिकायत में कहा गया है कि इन सेलिब्रिटीज को बड़ी रकम दी गई ताकि वे लोगों को ऐसे बेटिंग ऐप्स में पैसे लगाने के लिए उकसाएं। फनीन्द्र ने यह भी कहा कि वह खुद भी एक ऐसे ऐप में निवेश करने वाला था, लेकिन परिवार की सलाह के बाद उसने अपना इरादा बदल लिया क्योंकि इसमें बड़ा वित्तीय जोखिम था।

सभी सेलेब्स के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS), तेलंगाना गेमिंग एक्ट (2017), जो हर तरह की ऑनलाइन बेटिंग को बैन करता है और आईटी एक्ट की धाराएं लगाई गईं।

समाचार एजेंसी PTI के अनुसार, कई सेलिब्रिटी पर शक है कि उन्होंने जंगली रमी, जीतविन और लोटस 365 जैसे ऑनलाइन बेटिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार किया। इसके बदले में उन्होंने एंडोर्समेंट फीस या सेलिब्रिटी फीस ली। अधिकारियों को शक है कि इन प्रमोशनल एक्टिविटीज के जरिए बड़ी रकम इधर-उधर की गई, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग शामिल हो सकती है।

सूत्रों ने यह भी कहा कि इनमें कुछ सेलिब्रिटी पहले यह कह चुके हैं कि उन्हें इन ऐप्स के काम करने का तरीका नहीं पता था। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा कुछ भी गैरकानूनी प्रमोट करने या किसी भी तरह की बेटिंग में शामिल होने की नहीं थी।

सूत्रों ने कहा कि फिलहाल एक बड़ी जांच चल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इन प्लेटफॉर्म से कुल कितनी कमाई हुई और हर सेलिब्रिटी की भूमिका कितनी थी। उनके बयान दर्ज होने के बाद ही उनकी जिम्मेदारी तय होगी।



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