44 मिनट पहले
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राजेश कुमार, जो ‘कोटा फैक्ट्री’, ‘ये मेरी फैमिली’, ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’, और ‘खिचड़ी’ जैसे चर्चित प्रोजेक्ट्स का हिस्सा रहे हैं, ने कुछ साल पहले एक्टिंग छोड़कर खेती शुरू करने का फैसला किया था। हालांकि, इस नए प्रयास में उन्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा और आर्थिक नुकसान भी हुआ। इसके बाद उन्होंने फिर से एक्टिंग में वापसी की।
हाल ही में हिंदी रश से बातचीत में राजेश ने ‘शार्क टैंक इंडिया’ पर अपनी एंट्री और अपनी खेती की असफलता के बारे में बात की।
राजेश ने बताया कि उनका खेती का बिजनेस इसलिए नहीं चल पाया क्योंकि उन्हें समय पर पैसे नहीं मिल पाए।
‘शार्क टैंक इंडिया’ पर जाते वक्त उन्होंने कहा, ‘जब मैं शार्क टैंक पर गया था, तो मैं ये कहना चाहता था कि तुम लोग दूसरे ग्रह से नहीं आए हो। तुमने बहुत पैसा कमाया है, तुम्हारे पास सब कुछ है, तो ऐसे आइडिया को सपोर्ट करो। मेरी मदद करो क्योंकि कुछ चीजों में मुझे मदद की जरूरत थी। कम से कम बैठकर बात तो करो।’
राजेश ने ‘शादी डॉट कॉम’ के फाउंडर अनूपम मित्तल पर तंज करते हुए कहा, ‘मैं तो ये कह रहा हूं कि आप दो लोगों की शादी करवा दीजिए, पंडित बनकर पैसे कमा लीजिए, लेकिन आपने इनकी शादी में खुद कितना निवेश किया है? आप तो इन लोगों के नाम तक नहीं जानते।’
राजेश ने ये भी कहा कि खेती के लिए जो पैसे चाहिए, वो कहीं नहीं आ रहे। उन्होंने कहा, ‘कॉर्पोरेट कंपनियों के पास बहुत पैसा है, लेकिन उसका एक छोटा हिस्सा भी खेती पर नहीं जा रहा। अगर फिल्म इंडस्ट्री के लोग अपनी पॉपुलैरिटी को खेती के लिए इस्तेमाल करें – तभी कुछ बदलाव हो सकता है।’
आखिर में राजेश ने बताया कि क्यों उनका खेती का बिजनेस सफल नहीं हो पाया। उन्होंने कहा, ‘मैं उतना स्मार्ट नहीं था कि बिजनेस को सही तरीके से चला पाता। जहां भी गया, दिल से बात की, लेकिन ये लोग तो सिर्फ नंबर्स देखते हैं। यही मेरी नाकामी का कारण था।’
‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ के रोसेश के किरदार से राजेश कुमार को जबरदस्त पॉपुलैरिटी मिली। आज भी लोग इस किरदार को याद करते हैं।