Demand to ban L2 Empuran rejected | एल 2 एम्पुरान को बैन करने की मांग खारिज: BJP नेता ने केरल हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका, कोर्ट ने बताया पब्लिसिटी स्टंट

Demand to ban L2 Empuran rejected | एल 2 एम्पुरान को बैन करने की मांग खारिज: BJP नेता ने केरल हाईकोर्ट में दायर की थी याचिका, कोर्ट ने बताया पब्लिसिटी स्टंट


3 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

मलयालम एक्टर मोहन लाल और पृथ्वीराज सुकुमारन की फिल्म ‘एल2 एम्पुरान’ विवादों में घिर गई है। केरल हाईकोर्ट में बीजेपी नेता वीवी विजेश ने एक रिट याचिका दायर कर फिल्म को बैन करने की मांग की थी। हालांकि, कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया।

वीवी विजेश बीजेपी त्रिशूर जिला समिति के सदस्य हैं। उन्होंने फिल्म में गोधरा कांड के बाद हुए सांप्रदायिक दंगों के दिखाने आपत्ति जताई थी। याचिका में कहा कि इससे सांप्रदायिक हिंसा भड़कने का खतरा है।

फिल्म ने 5 दिन के अंदर कमाई के मामले में 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।

फिल्म ने 5 दिन के अंदर कमाई के मामले में 200 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है।

संघ परिवार ने जताया था विरोध

बता दें कि 27 मार्च को फिल्म के रिलीज हुई थी। उसी दिन संघ परिवार ने सोशल मीडिया पर फिल्म की कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद मोहनलाल ने फेसबुक पोस्ट के जरिए खेद जताया और कहा कि आपत्तिजनक हिस्से हटा दिए जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेकर्स ने फिल्म को फिर से एडिट किया है। हालांकि याचिकाकर्ता ने मोहनलाल के बयान को जनता को फिल्म देखने के लिए मजबूर करने का एक मार्केटिंग एजेंडा करार दिया है।

पृथ्वीराज पर एनडीए की छवि खराब करने का आरोप

याचिकाकर्ता ने कहा कि फिल्म में रक्षा मंत्रालय के बारे में ऐसी टिप्पणियां की गई हैं, जो इसकी विश्वसनीयता और अखंडता को नुकसान पहुंचाएंगी। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि फिल्म से सांप्रदायिक हिंसा भड़कने का खतरा है।

याचिकाकर्ता ने अपने आरोप में आगे कहा कि फिल्म के डायरेक्टर पृथ्वीराज को अपनी फिल्मों के जरिए एनडीए सरकार को निशाना बनाकर उसकी छवि खराब करने की आदत है। यह भी आरोप लगाया गया कि फिल्म के निर्माता एंटनी पेरुम्बवूर और गोकुलम गोपालन विदेशी फंडिंग के लिए ईडी की जांच के दायरे में हैं।

विवाद के बाद फिल्म से हटाया गया सीन

फिल्म के जिस सीन को लेकर विवाद चल रहा था, उसे फिल्म से हटा दिया गया है। कोच्चि में पत्रकारों से बात करते हुए फिल्म के प्रोड्यूसर पेरुम्बवूर ने कहा कि एडिट का फैसला मोहनलाल और पृथ्वीराज सुकुमारन सहित सभी प्रोड्यूसर का था। और यह किसी के डर से नहीं लिया गया था।

पेरुम्बवूर ने कहा- ‘डरने की कोई बात नहीं है। हम एक समाज में रहते हैं। हमारा कभी भी ऐसा कुछ करने का इरादा नहीं था, जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे। अगर कोई फिल्म से नाखुश है तो फिल्म के प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्टर होने के नाते हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम उसकी शिकायत दूर करें।’

खबरें और भी हैं…



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *