Finance Minister Nirmala Sitharaman Claims Access to WhatsApp Messages Led to Seizure of Rs 90 Crore Crypto

Finance Minister Nirmala Sitharaman Claims Access to WhatsApp Messages Led to Seizure of Rs 90 Crore Crypto


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में लोकसभा सांसदों के साथ भारत के आर्थिक सुधारों और भविष्य की रूपरेखा पर चर्चा की। इस हफ्ते उन्होंने इनकम टैक्स बिल 2025 में एक प्रावधान का समर्थन किया, जो टैक ऑथोरिजिट को टैक्स चोरी करने वालों और फाइनेंशियल क्रिमिनल पर नजर रखने के लिए वॉट्सऐप मैसेज और ईमेल तक एक्सेस प्रदान करता है। उन्होंने हाल ही के एक मामले का हवाला दिया जिसमें WhatsApp मैसेज को डिक्रिप्ट करने से एक सिंडिकेट से क्रिप्टो एसेट में 90 करोड़ रुपये से ज्यादा की जब्त हुए।

सीतारमण ने चेतावनी दी कि मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी जैसे फाइनेंशियल क्राइम के लिए एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन चैनलों का गलत उपयोग किया जा रहा है। संसद में बोलते हुए उन्होंने कहा कि बिजनेस और व्यक्ति साफ मैनुअल बहीखाता बनाए रख सकते हैं, लेकिन फाइनेंशियल क्राइम करने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं।

नए इनकम टैक्स बिल में प्रावधान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि “1961 के इनकम टैक्स एक्ट में बहीखाता (अकाउंट की फिजिकल बुक) और मैनुअल रिकॉर्ड की बात कही गई है, लेकिन डिजिटल रिकॉर्ड की बात नहीं की गई है। इससे विवाद पैदा होता है, क्योंकि व्यक्ति सवाल कर सकते हैं कि बहीखाता दिखाने के बावजूद उनके डिजिटल रिकॉर्ड की जरूरत क्यों है। नए विधेयक में इस अंतर को दूर करना है।” 

वित्त मंत्री ने बताया कि एन्क्रिप्टेड मैसेज और मोबाइल फोन की स्कैनिंग के जरिए 250 करोड़ रुपये की अघोषित फंड का पता चला।

उन्होंने कहा कि “WhatsApp कम्युनिकेशन से पता चला है कि 200 करोड़ रुपये के नकली बिलों में शामिल सिंडिकेट और ऐसे उदाहरण हैं जहां नकली दस्तावेजों का उपयोग करके जमीन की बिक्री पर कैपिटल गेन में हेरफेर किया गया, जिससे 150 करोड़ रुपये घटकर 2 करोड़ रुपये हो गए। वॉट्सऐप पर प्रोफेशनल ग्रुप को भी फंसाया गया है। Google Maps हिस्ट्री का इस्तेमाल नकद और बेहिसाब लेन-देन वाली लोकेशन का पता लगाने के लिए किया गया है, जबकि इंस्टाग्राम अकाउंट ने बेनामी प्रोपर्टी से जुड़े महंगे व्हीकल के स्वामित्व में मदद की।”

सीतारमण ने इन फंड का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें जब्त करने की समयसीमा का खुलासा नहीं किया। उनके द्वारा दी गई जानकारी में जब्त की गई क्रिप्टो एसेट के बारे में जानकारी की भी कमी थी। यह साफ नहीं है कि वॉट्सऐप के एन्क्रिप्शन को सीधे बायपास किया गया था या जांच के दौरान जब्त किए गए डिवाइस से चैट एक्सेस की गई थी।

WhatsApp का एन्क्रिप्शन टूटा!

Meta के स्वामित्व वाले WhatsApp ने कहा है कि उसका एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन यूजर्स के बीच मैसेज पूरी तरह से प्राइवेट है।

“एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन आपके निजी मैसेज और कॉल को आपके और उस व्यक्ति के बीच रखता है जिससे आप बात कर रहे हैं। चैट के बाहर कोई भी व्यक्ति और यहां तक ​​कि वॉट्सऐप भी उन्हें पढ़ सुन या शेयर नहीं कर सकता। ऐसा इसलिए है क्योंकि एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ आपके संदेश लॉक से सेफ होते हैं और सिर्फ रिसिव करने वाले और आपके पास उन्हें अनलॉक करने और पढ़ने के लिए जरूरी स्पेशल की होती है।”

Meta में WhatsApp के हेड विल कैथकार्ट ने पहले भी एन्क्रिप्शन तोड़ने पर प्लेटफॉर्म के रुख को साफ किया है।

WhatsApp ने वित्त मंत्री की टिप्पणियों पर टिप्पणी करने के लिए गैजेट्स 360 के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। प्लेटफॉर्म ने भारत के नए इनकम टैक्स बिल 2025 पर भी कोई टिप्पणी नहीं की है, जो टैक्स ऑथोरिजिट को निजी कम्युनिकेशन तक एक्सेस प्रदान करता है।

 





Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *