Parmish Verma made his digital debut with ‘Kaneda’ | परमीश वर्मा ने ‘कनेडा’ से डिजिटल डेब्यू किया: बोले- ऑस्ट्रेलिया में मेरे साथ भेदभाव हुआ था, जैस्मीन ने बताया- कनाडा में क्यों बसते हैं पंजाबी

Parmish Verma made his digital debut with ‘Kaneda’ | परमीश वर्मा ने ‘कनेडा’ से डिजिटल डेब्यू किया: बोले- ऑस्ट्रेलिया में मेरे साथ भेदभाव हुआ था, जैस्मीन ने बताया- कनाडा में क्यों बसते हैं पंजाबी


1 घंटे पहलेलेखक: आशीष तिवारी

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पंजाबी इंडस्ट्री के मशहूर सिंगर, एक्टर और डायरेक्टर परमीश वर्मा ने अब ओटीटी प्लेटफॉर्म पर क्राइम-थ्रिलर सीरीज ‘कनेडा’ से डेब्यू किया है। यह वेब सीरीज OTT प्लेटफॉर्म Jio Hotstar पर स्ट्रीम हो चुकी है। हाल ही में इस सीरीज को लेकर परमीश वर्मा, जैस्मीन बाजवा और आदार मलिक ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। परमीश वर्मा ने बताया कि यंग ऐज में जब वे ऑस्ट्रेलिया गए तो उनके साथ बहुत भेदभाव हुआ था। जैस्मीन ने बताया कि कनाडा में पंजाबी क्यों बसते हैं। सीरीज की स्टारकास्ट ने बातचीत के दौरान और क्या कहा, पढ़िए बातचीत के प्रमुख अंश में..

सवाल- आप तीनों के लिए ‘कनेडा’ क्या है?

जवाब/जैस्मीन- मेरे लिए बहुत ही इमोशनल जर्नी रही है। इस सीरीज में हरलीन की भूमिका निभा रही हूं। यह किरदार मेरे दिल के बहुत ही करीब रहने वाला है। हर एक्टर के अंदर यह चाह होती है कि उसे अच्छा मौका मिले। जब ऐसे सेंसिटिव टॉपिक पर आपको जिम्मेदारी दी जाती है कि उसका एक पहलू लोगों तक लेकर जाएं, तो मेरे लिए बहुत बड़ा गिफ्ट रहा है।

परमीश वर्मा– कनेडा मेरी और मेरी लाइफ के लिए एक स्कूल की तरह है। मैं किसी एक्टिंग इंस्टीट्यूट में एक्टिंग सीखने नहीं गया। अपने सीनियर एक्टर के साथ काम करने के दौरान मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है। इस सीरीज की शूटिंग के दौरान मैंने जो कुछ भी सीखा है वह मेरी लाइफ में हमेशा के लिए बस चुका है। 15 साल के बाद भले ही इस सीरीज में मेरे काम को ना याद किया जाए, लेकिन यहां से जो सीखा है वह जिंदगी भर मेरे साथ रहेगी।

आदार मलिक ने 'कनेडा' में दलजीत का किरदार निभाया है।

आदार मलिक ने ‘कनेडा’ में दलजीत का किरदार निभाया है।

आदार मलिक– मेरे लिए तो यह बहुत ही स्पेशल प्रोजेक्ट हो गया था। इसका टॉपिक यह है कि इंडिया से कैसे लोग कनाडा में सेटल हो गए हैं। जब इस सीरीज का ऑफर आया तब मैं उसी वक्त यूके सेटल हो रहा था। स्क्रिप्ट में वह सारी बातें लिखी थी। जिससे मैंने खुद को बहुत रिलेट किया। यह शो मेरे लिए बहुत मायने रखता है।

सवाल- आप तीनों ने इस सीरीज में जिस तरह के किरदार निभाए हैं, उससे निकलना कितना मुश्किल रहा और क्या रह गया है?

जवाब/जैस्मीन– इस सीरीज में काम करने से पहले सोचती थी कि लोग क्यों कहते हैं कि किरदार की तैयारी में दो महीने लग गए। किरदार की तैयारी में खुद को कमरे में बंद कर लेते हैं। किरदार में इतना खो जाते हैं कि उससे निकलना बहुत मुश्किल होता है। जब मैंने इस सीरीज में काम किया तब सारी बातें समझ में आईं। इस सीरीज के एक सीन के दौरान ऐसे इमोशनली जुड़ गई कि उससे निकलना मुश्किल था। कुछ ऐसे सीन होते हैं जो आपके साथ रह जाते हैं।

परमीश वर्मा– इस सीरीज में निम्मा के किरदार से बहुत कुछ सीख सकते हैं। निम्मा की लाइफ में बहुत ही उतार-चढ़ाव आए हैं। इस दौरान उसने क्या- क्या गलतियां कीं, वो गलतियां मैं साथ लेकर गया। मैं बहुत ही कम उम्र में ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां मेरे साथ बहुत भेदभाव हुआ। सेकेंड सिटीजन वाली फीलिंग आती थी। आत्म-सम्मान कमजोर पड़ने लगा था। फिर भी खुद को समेट कर रखते थे। निम्मा के किरदार में यह सब नजर आया है।

आदार मालिक-कुछ ना कुछ साथ लेकर ही जाते हैं, क्योंकि जब किरदार निभाते हैं तो उसमें पूरी तरह से खो जाते हैं। किरदार की जर्नी के साथ बहते रहते हैं। ऐसे में आपके साथ कहीं ना कहीं कुछ चीजें रह जाती हैं।

जैस्मीन बाजवा कहती हैं कि वो कनाडा को दूसरा पंजाब मानती हैं।

जैस्मीन बाजवा कहती हैं कि वो कनाडा को दूसरा पंजाब मानती हैं।

सवाल- आपके के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या थी?

जवाब/ जैस्मीन- इस सीरीज की ऐसी कहानी है, जिसको करने में हर दिन चैलेंज रहता था। मैंने इसमें एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया है। जिसके जीवन में एक ऐसा मोड़ आता है, जब उसे परिवार और प्यार में से किसी एक को चुनना है। हर औरत के जीवन में ऐसी सिचुएशन आती है। यह किसी जंग से कम नहीं होता है। मेरे लिए सबसे बड़ा चैलेंज यही था कि इस किरदार से किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे।

परमीश वर्मा- इस सीरीज के लिए मैंने दाढ़ी निकाल दी थी। इसकी वजह से मेरे फैंस नाराज भी हुए थे। यह मेरे लिए यह सबसे ज्यादा चैलेंजिंग रहा है, लेकिन जब मेरे फैंस सीरीज देखेंगे तब खुश हो जाएंगे। ट्रेलर आने से पहले मैं अपने किरदार के बारे में नहीं बता सकता था।

सवाल- पंजाबी लोगों का कनाडा से इतना प्यार क्यों है?

जवाब/ परमीश वर्मा– जैसे कनाडा में पंजाबी हैं, वैसे ही वहां गुजराती भी हैं। अमेरिका में बहुत सारे होटल गुजराती के हैं। इंडिया से बड़े पैमाने पर माइग्रेशन हो रहा है। इंडिया के लोग बहुत मेहनती हैं। अच्छे मौकों की तलाश में यहां के लोग अलग-अलग देशों में जाते हैं।

जैस्मीन- कनाडा को हम दूसरा पंजाब कहते हैं। पंजाब से कनाडा लोग अच्छे मौकों की तलाश में जाते हैं। वहां उनको कुछ सीखने को मिल रहा है। सबसे अच्छी बात है कि वहां से सीखकर पंजाब में काम कर रह रहे हैं और यहां की इकोनॉमी को बढ़ा रहे हैं। मैं अगर यहां पंजाबी इंडस्ट्री में काम कर रही हूं, तो यहां से सीखकर चाहती हूं कि कनाडा जाकर कुछ ऐसा काम करूं, जिससे बॉलीवुड की तरह पॉलीवुड इंडस्ट्री भी ग्रो करे।

परमीश वर्मा कहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में उनके साथ भेदभाव हुआ था।

परमीश वर्मा कहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया में उनके साथ भेदभाव हुआ था।

सवाल- पंजाब की म्यूजिक इंडस्ट्री को किस तरह से देखते हैं आप?

जवाब/ परमीश वर्मा– पंजाब के म्यूजिक इंडस्ट्री की सबसे अच्छी बात है कि यहां के गीत जमीन से जुड़े होते हैं। जिसमें पंजाबी मिट्टी की खुश्बू महसूस होती है। जो लोग पंजाबी भाषा नहीं भी समझते हैं वो लोग भी पंजाबी सॉन्ग पर झूमते हैं।

सवाल- आपने सिद्धू मूसेवाला का पहला म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट किया था, किस तरह की यादें उनसे जुड़ी हैं?

जवाब/ परमीश वर्मा- मेरे बहुत अच्छे मित्र थे। वो जब कनाडा गए थे तब उन्होंने पहला गाना लिखा था। वह वीडियो मैंने डायरेक्ट की थी। मैं 2018 में कनाडा एक शो के लिए गया था। तब सिद्धू वहीं थे और खुद को इंटरनेशनल म्यूजिक में इंट्रोड्यूज कर रहे थे। उन्होंने नई स्टाइल का म्यूजिक इंट्रोड्यूज किया। वह बहुत ही स्वीट और हंबल इंसान थे।



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